महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश को तीसरा स्वर्ण पदक मिल चुका है। निकहत जरीन ने 48-50 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। शनिवार के दिन नीतू घणघस ने 45-48 किग्रा भारवर्ग और स्वीटी बूरा ने 75-81 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अब लवलीना बोरगोहेन भी अपना फाइनल मुकाबला जीतकर देश को एक और स्वर्ण पदक दिला सकती हैं। निकहत जरीन ने महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया है। उन्होंने वियतनाम की न्यूगेन थी ताम को फाइनल में मात दी। निकहत से पहले ही स्वर्ण पदक की उम्मीद की जा रही थी और उन्होंने आशा अनुसार प्रदर्शन कर देश को पदक दिलाया है। फाइनल मैच में निकहत ने शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन किया। पहले राउंड में उन्होंने 5-0 की बढ़त बना ली थी। इसके बाद दूसरे राउंड में भी उन्होंने अपनी बढ़त जारी रखी। तीसरे राउंड में उन्होंने वियतनाम की मुक्केबाद को शानदार पंच जड़ा। इसके बाद रेफरी ने मैच रोककर वियतनाम की मुक्केबाज का हाल-चाल जाना। यहीं से निकहत की जीत तय हो गई थी। अंत में उन्होंने यह मुकाबला 5-0 के अंतर से अपने नाम किया और लगातार दूसरी बार बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीत ली।
48-50 किलोग्राम भारवर्ग में निकहत जरीन का मैच शुरू हो चुका है। उनका सामना वियतनाम की न्यूगेन थी ताम से है। पहले राउंड में ही निकहत ने शानदार शुरुआत की है और विरोधी मुक्केबाज को गलती के लिए मजबूर किया। पहले राउंड का खेल खत्म होने के बाद निकहत ने 5-0 से बढ़त बना ली है। दूसरे राउंड के बाद भी निकहत जरीन की बढ़त जारी है। हालांकि, पहले राउंड की तुलना में दोनों मुक्केबाजों के बीच कांटे की टक्कर हुई। शनिवार के दिन नीतू ने 45 से 48 किलोग्राम भारवर्ग में मंगोलियाई पहलवान को हराकर स्वर्ण पदक जीता। नीतू ने मंगोलिया की लुत्साइखान को मात दी। स्वीटी बूरा ने महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 75-81 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। स्वीटी ने चीन की लिना वोंग को हराया।निकहत जरीन ने 48-50 किग्रा भारवर्ग और लवलीना बोरगोहेने ने 70-75 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में पहुंचकर कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है। दोनों फाइनल जीतकर स्वर्ण पदक भी अपने नाम कर सकती हैं। आज के दिन सबसे पहले निकहत का मुकाबला होगा। इसके बाज लवलीना का मैच होगा।