आईपीएल -13 के पहले मैच में मुंबई इंडियंस के दिए गए 162 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपरकिंग को बहुत जल्द दो झटकों ने तोड़ दिया था। शानदार आपनर वाटसन और मुरली विजय एलबीडब्ल्यू होकर पवैलीयन लौट गए थे। मुरली विजय यदि रिव्यू लेते तो हो सकता था वे क्रीज पर बने रहते किन्तु उन्होंने नहीं लिया और धोनी की टीम संकट में आ खड़ी हुई। इस वक्त केवल 6 रन बने थे और दो विकेट गिर चुके थे। अंबाती रायडू क्रीज पर आए। ये वही रायडु हैं जिन्हें टीम इंडिया में शामिल नहीं किए जाने की वजह से गुस्से में रिटायरमेंट ले लिया था। रायडु ने मैदान पर उतरते ही अपने हाथ खोले और फिर एक ऐसा तूफ़ान उठा जिसमे मुम्बई इंडियंस की टीम उड़ गई। रायडु ने दिखा दिया कि उनमें कितना दम है। 48 गेंदों पर 71 रन बनाए जिसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे। रायडु और डुप्लेसिस ने मिलकर अपनी टीम को जीत के द्वार पर खड़ा कर दिया। डुप्लेसिस 58 रन बनाकर आउट हुए। बाद के बल्लेबाजों ने 19.2 ओवरों में ही 162 का लक्ष्य भेद दिया और धोनी की टीम ने पहली जीत दर्ज की। सुपरकिंग टीम ने 5 विकेट खोए। धोनी क्रीज पर उतरे ही थे मगर सिर्फ 2 बॉल खेल सके इसके पहले ही उनकी टीम विजयी हो गई। मुम्बई इंडियंस की तरफ से बोल्ट, पिटिन्सन, बुमारह, हार्दिक पंड्या और आर चाहर ने एक एक विकेट लिए। मगर कोई रायडु के तूफ़ान को शांत नहीं कर सका।