भारत ने हाल ही में पाकिस्तान की टीम से मिली बहुत बुरी हार का सामना किया है.
ऐसे में विश्व कप के आने वाले मुक़ाबलों को लेकर भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि पिछले मैच में जो गलतियां थीं वो ठीक की जाएंगी.
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स से उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ मैच में कहाँ चूक हुई, टीम इसे समझती है.दुबाई इंटरनेशनल स्टेडियम में हुए मैच में भारतीय टीम 10 विकेट से हार गई और पाकिस्तान ने इतिहास रच दिया. विश्व कपों में पाकिस्तान से भारत की यह पहली हार थी.
विराट कोहली ने इस बात से भी इनकार किया कि भारतीय टीम ने पाकिस्तान की टीम को हल्के में लिया था.
कोहली ने कहा, “आप वहाँ कुछ भी हल्के में लेकर नहीं जा सकते. ख़ासकर की पाकिस्तान जैसी टीम के सामने जो अपना दिन होने पर किसी को भी हरा सकती है. हम खेल का सम्मान करते हैं. हम कभी भी प्रतिद्वंद्वी टीम को हल्के में नहीं लेते. हम प्रतिद्वंद्वियों के बीच अंतर भी नहीं करते.”
टी20 विश्व कप में भारत के लिए आगे के मुक़ाबले बेहद अहम होने जा रहे हैं. अगली चुनौती आज न्यूज़ीलैंड से होने वाला मैच है जो सेमीफाइनल तक पहुँचने के लिए भारत के लिए जीतना ज़रूरी है.
मौजूदा स्थितियों को देखते हुए भारत और न्यूज़ीलैंड दोनों के लिए करो या मरो की स्थिति होने वाली है.
खुलेगा सेमीफाइनल का रास्ता
ग्रुप दो की ये दोनों टीम अपने पहले मैच पाकिस्तान से हार चुकी हैं और अब एक-दूसरे को हराए बिना इनका सेमीफाइनल तक पहुँचना लगभग नामुमकिन होने वाला है.
ग्रुप दो में पाकिस्तान, न्यूज़ीलैंड, भारत, नामीबिया, स्कॉटलैंड और अफ़ग़ानिस्तान छह टीमें हैं. पाकिस्तान ने इस ग्रुप में भारत, न्यूज़ीलैंड और अफ़ग़ानिस्तान के साथ तीन मैच खेले हैं और तीनों में जीत हासिल की हैं. पाकिस्तान ने ग्रुप दो में शीर्ष पर पहुँचकर सेमीफाइनल में अपन जगह लगभग पक्की कर ली है.
ग्रुप दो से दो टीमें ही फाइनल में जाएंगी. ऐसे में अब केवल एक ही टीम के लिए जगह बाक़ी रह गई है. भारत और न्यूज़ीलैंड दोनों टीमें सेमीफ़ाइनल में जगह पाने के लिए आज ज़ोर लगा देंगी.
भारत और न्यूज़ीलैंड के अफ़ग़ानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया के साथ भी मुक़ाबले होने वाले हैं लेकिन आज होने वाला मैच इतना अहम क्यों है आइए नज़र डालते हैं.
भारत और न्यूज़ीलैंड दोनों ही मज़बूत टीमें हैं और बड़े मुक़ाबलों में अच्छा प्रदर्शन करती आई हैं. अगर मानकर चलें की दोनों ही अफ़ग़ानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया से जीत जाती हैं तो क्या स्थिति बनेगी.
ऐसे में दोनों टीमों के पास 6-6 अंक हो जाएंगे.
अब अगर भारत इस मैच में न्यूज़ीलैंड को हरा देता है तो उसके पास कुल आठ अंक हो जाएंगे और न्यूज़ीलैंड छह प्वाइंट पर ही रह जाएगा. तब पाकिस्तान और भारत की सेमीफाइनल में जगह पक्की हो जाएगी.
अगर न्यूज़ीलैंड इस मुक़बाले में भारत को हरा देता है तो न्यूज़ीलैंड के पास आठ अंक हो जाएंगे और भारत 6 प्वाइंट के साथ रह जाएगा. इस तरह पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगे.
हालांकि, ये समीकरण तभी बनेंगे जब भारत और न्यूज़ीलैंड दोनों ही अफ़ग़ानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया को हरा देते हैं. लेकिन, जैसा कि खेल में कुछ भी निश्चित नहीं होता तो उलटफेर होने की संभावना हमेशा होती है.
अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तान से हुए मैच में कड़ी टक्कर दी है और आख़िर तक मैच में बने रहने वाली जुझारू टीम बनकर उभरी है. अफ़ग़ानिस्तान भी न्यूज़ीलैंड और भारत के लिए चुनौती बन सकता है.
एक बात ये भी कही जा रही है कि पाकिस्तान से न्यूज़ीलैंड का हारना भारत के हक़ में गया है. अगर न्यूज़ीलैंड पाकिस्तान को हरा देता तो उसका अंक भी दो हो जाता और भारत शून्य पर ही रहता.
पाकिस्तान से हारने के बाद भारत अब केवल अपने प्रदर्शन पर निर्भर नहीं है बल्कि कौन टीम किसे हरा रही है, इस पर भी उसका भविष्य टिका है. अगर सुपर 12 स्टेज में दो टीमों के अंक टाई करते हैं तो सेमीफ़ाइनल में जगह पाने के लिए अलग तरीक़े अपनाने होंगे. इनमें नेट रन रेट की अहम भूमिका होगी.
भारत के लिए ये मैच जितना अहम है उतनी ही बड़ी इसकी चुनौतियां भी हैं. भारत को अपने पहले मुक़ाबले में ही पाकिस्तान की टीम से बहुत बुरी हार का सामना करना पड़ा है. इससे टीम के मनोबल पर असर पड़ा होगा.
पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से हराया है जबकि न्यूज़ीलैंड पाकिस्तान से विकेट लेने में कामयाब रहा था. हालांकि, भारत का स्कोर न्यूज़ीलैंड के मुक़ाबले बेहतर था.
इतिहास देखें तो विश्व कप में न्यूज़ीलैंड के साथ हुए मुक़ाबलों में भारत का अच्छा रिकॉर्ड नहीं रहा है.
भारत ने विश्व कप में न्यूज़ीलैंड से आख़िरी मैच 2003 के ओडीआई विश्व कप में जीता था. इसके बाद 2007 और 2016 के टी20 विश्व कप में न्यूज़ीलैंड ने भारत को हराया था.
2019 के ओडीआई विश्व कप के सेमीफाइनल में और 2021 की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी भारत को न्यूज़ीलैंड से हार मिली थी.
न्यूज़ीलैंड को मात देने के लिए भारतीय टीम को इन दबावों से निकलना होगा और अपना मनोबल बढ़ाना होगा. पाकिस्तान ने जिस तरह भारत से 12 हारों के बाद जीत दर्ज की है, उसी तरह भारतीय टीम भी जीत की कहानी लिख सकती है.
विशेषज्ञों की मानें तो इसके लिए भारतीय को सही रणनीति के साथ मैदान में उतरना होगा. उन्हें पावरप्ले में कम से कम विकेट के नुक़सान पर रन बोटरने होंगे.
भारत को अपने शुरुआती विकेट बचाने होंगे. पाकिस्तान के साथ हुए मैच में रोहित शर्मा और केएल राहुल का आउट होना बड़ा झटका साबित हुआ था.
पिछले मैच में चोटिल होने के बावजूद हार्दिक पंड्या को टीम में लेने पर सवाल उठे थे. वहीं, शार्दुल ठाकुर के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए प्लेइंग 11 में जगह देने पर भी चर्चा हुई थी. टीम में हार्दिक पंड्या और भुवनेश्वर कुमार की जगह ईशान किशन और शार्दुल ठाकुर को जगह दी जा सकती है.
वहीं, न्यूज़ीलैंड की बात करें तो पाकिस्तान के साथ हुए मैच में वो महज 134 रन ही बना पाई थी. न्यूज़ीलैंड का कोई भी खिलाड़ी 30 से ज़्यादा स्कोर नहीं कर सका. इस मैच में भारतीय गेंदबाज उनके लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.
न्यूज़ीलैंड का फोकस अपने बैटिंग ऑर्डर पर हो सकता है. डेरिल मिशेल और मार्टिन गप्टिल ने ओपनर के तौर पर और जेम्स नीशम ने नंबर चार पर आकर कोई ख़ास कमाल नहीं दिखाया था.
वहीं, न्यूज़ीलैंड में दबाव वाले अंतिम ओवरों में मैच फिनिशर के तौर पर एक मज़बूत खिलाड़ी की कमी भी देखी गई है. टीम को इस पर विचार करना पड़ सकता है.
भारतीय टीम एक बड़ी हार के बाद जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक सकती है जिसके लिए न्यूज़ीलैंड को तैयार रहना होगा.
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में हो रहे इन मैचों में टॉस भी बहुत मायने रखता है. इस टूर्नामेंट के अभी तक हुए अधिकतर मैचों में बाद में बल्लेबाज़ी करने वाली टीमों ने ही जीत हासिल की है. ऐसे में मैच जीतने से पहले टॉस जीतना भी अहम होने वाला है.
फ़िलहाल भारत और न्यूज़ीलैंड दोनों टीमें आज मैदान में सेमीफ़ाइनल के लिए पूरा ज़ोर लगाते दिखने वाली हैं.