बिहार में जहरीली शराब से मौत का तांडव मचा है. दूसरी ओर सियासत भी गरमा गई है. सारण जिले में हुई त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है. इनमें से 22 लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई थी. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शर्मनाक बयान दिया है. विधानसभा और बाहर इस मामले में सरकार को घेर रहे विपक्षी बीजेपी से बौखलाए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कह दिया कि कुछ लोगों का क्या कर सकते हैं? जो नकली शराब पीएगा, वो मरेगा ही। लोगों को खुद सचेत रहना होगा.
बिहार के सारण में जहरीली शराब से हुई मौतों के मुद्दे पर बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेर रही है. इस बीच नीतीश कुमार ने विधानसभा में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, ”जो नकली शराब पिएगा वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा.”
उन्होंने कहा कि शराब बुरी चीज है. बिहार की महिलाओं के कहने पर बंद किया गया था. राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से सफल है. शराब पीना बुरा है. जो पियेगा वो मरेगा. जो पार्टी हंगामा कर रही है, उन्हें लोगों को शराबबंदी के पक्ष में समझाना चाहिए.
सीएम ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अन्य राज्यों में जहरीले शराब से कितने लोगों की मौत होती है. उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी के लिए कानून भी बनाया, बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार भी किया, लोगों को जागरुक भी किया गया. इसके बाद भी कोई पियेगा तो मरेगा ही.
नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में शराबबंदी का फैसला बिहार की महिलाओं की मांग थी. जिसे मैंने पूरा किया. उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों को कहा है कि शराब के मामले में गरीबों को न पकड़ें जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें. लोगों को अपना काम शुरू करने के लिए 1 लाख रुपये देने को तैयार हैं. जरूरत पड़ने पर हम राशि जुटाएंगे, लेकिन कोई भी इस धंधे में शामिल नहीं होना चाहिए.
शराबबंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है. कई लोगों ने शराब छोड़ दी है. राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से सफल है. जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं. लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराबबंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही. जो शराब पियेगा वो मरेगा. इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा.
Rajya Sabha में हंगामा
सारण में जहरीली शराब से हुई मौतों पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ. सत्ता पक्ष की ओर से उठाए गए जहरीली शराब त्रासदी और विपक्ष द्वारा उठाए गए कुछ अन्य मुद्दों पर हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. वहीं दूसरी ओर सारण में हुई मौतों पर विभागीय कार्रवाई करते हुए मढ़ौरा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी योगेन्द्र कुमार के ट्रांसफर के साथ ही मसरख थानाध्यक्ष रितेश मिश्रा और कॉन्स्टेबल विकेश तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.