बिहार में रेलवे की NTPC परीक्षा में धांधली के आरोप में लगाकर छात्रों ने बुधवार को जगह-जगह जमकर बवाल काटा। इस पूरे आंदोलन को देखते ही देखते हिंसक बना दिया गया। कई जगहों पर छात्रों ने स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में आग लगा दी। इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड पटना के एक खान सर नाम का शख्स को बताया जा रहा है। जिस पर आरोप लगा है कि उसने ही छात्रों को भड़काया था और उसके कहने पर ही वह उग्र हुए थे। अब पुलिस ने छात्रों के बयान के आधार पर खान सर पर एफआईआर दर्ज कर ली है।
दरअसल, एनटीपीसी रिजल्ट को लेकर पिछले तीन दिनों से चल रहे विरोध-प्रदर्शन मामले पर कोचिंग संचालक खान सर के खिलाफ पटना के पत्रकार नगर थाने में केस दर्ज हुआ है। पुलिस ने सिर्फ खान सर ही नहीं, बल्कि कई कोचिंग संचालकों के मालिकों समेत 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
दरअसल, ये एफआईआर छात्रों के बयान के आधार पर दर्ज की गई है. पुलिस के मुताबिक, सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा के बाद कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया था. इन छात्रों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कथित तौर पर खान सर RRB NTPC की परीक्षा रद्द नहीं होने पर छात्रों को आंदोलन करने के लिए उकसा रहे थे.
FIR के मुताबिक, हिरासत में लिए गए अभ्यर्थियों के बयानों और पुलिस के हाथ लगे वीडियो के आधार पर ये साफ हुआ कि कोचिंग संस्थान के मालिकों के साथ आंदोलनकारी छात्रों ने प्लानिंग से पटना में बड़े पैमाने पर हिंसा करने और लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने की साजिश रची.
अपनी FIR पर खान सर ने दी सफाई…
एफआईआर दर्ज होने के बाद खान सर अपनी सफाई दी है। जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि आपको ही इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है? तो खान सर ने कहा-मैंने किसी को नहीं उकसाया हुआ है, अगर अगर हिंसा में उनकी भूमिका है तो पुलिस मुझको गिरफ्तार कर सकती है। यह सब जो हुआ है वह बिना किसी प्लान के तहत हुआ है, डेड़ करोड़ छात्रों में रेलवे और आरआरबी के प्रति कई दिनों से गुस्सा था। आरआरबी ने इंटरमीडिएट और ग्रेजुएट वाले का एक जैसा रिजल्ट दे दिया। बस उनकी इसी गलती की वजह से छात्रों ने आंदोलन को उग्र किया है।
कौन है खान सर?
बता दें कि वैसे तो खान सर के बारे में अभी तक मीडिया और सोशल साइट पर ज्यादा जानकारी नहीं है. लेकिन उनके बारे में इतना पता है कि यह खान सर एक टीचर है, जो कि छात्रों को जनरल स्टडीज की कोचिंग देता है. उसने प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कराने के लिए अपना एक यूट्यूब चैनल भी बनाया हुआ है. जिस पर उसका पता पटना का डला हुआ है,स साथ इस चैनल में भी उसका नाम खान सर ही लिखा है.
बिहार के पटना वाले खान सर यू-ट्यूब की दुनिया के चर्चित शिक्षकों में से एक हैं। उनका चैनल खान जीएस रिसर्च सेंटर (Khan GS Research Centre) लोकप्रिय है. इसके करीब 1.45 करोड़ फॉलोवर्स हैं. वे करेंट अफेयर्स और जीएस के टॉपिक्स को इतनी सरलता से समझाते हैं कि हर कोई उनका दीवाना है. वे पढ़ाते वक्त विद्यार्थियों और उम्मीदवारों से ठेठ देसी बिहारी अंदाज में ही बात करते हैं.
खान सर की लोकप्रियता इसी से समझी जा सकती है कि उनके हर वीडियो को देखने वालों की संख्या लाखों में है. खान सर के कई वीडियो को दो से तीन करोड़ बार से ज्यादा देखा गया है. उनका जेल कैसी होती है और जेल के अंदर क्या-क्या होता है वीडियो 4.4 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया है.
खान सर के असली नाम पर है मतभेद
खान सर का असली नाम क्या है? यह एक पहेली बना हुआ है. वे कभी अपना पूरा नाम नहीं लिखते हैं. कुछ लोग उनका नाम फैसल खान बताते हैं तो कुछ उन्हें अमित सिंह बताते हैं. मीडिया रिपोर्टों में भी इस संबंध में कोई एक राय नहीं है. वे अपने नाम से नहीं अपने काम से जाने जाते हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, खान सर का जन्म दिसंबर,1993 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था.
यहां उनको एक कोचिंग सेंटर ने छात्रों को पढ़ाने के लिए बुलाया है. जब उनके नाम को लेकर विवाद हुआ तो उन्होंने बताया था कि मुझे एक कोचिंग संस्थान ने पढ़ाने के लिए बुलाया है. साथ ही कहा गया है कि छात्रों को अपना ना तो नाम बताना है और ना ही अपना मोबाइल नंबर बताना है. हालांकि छात्रों ने उनको खान सर कहना शुरू कर दिया तभी से लेकर उनको खान सर के नाम से जाना जाता है.