कोंडागांव/रायपुर, 11 नवंबर । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ड्रोन के जरिए दूरस्थ अंचल में दवाओं की आपूर्ति गई है। कोंडागांव जिले में जिला अस्पताल के बाहर रिमोट का बटन दबाकर ड्रोन के जरिए मर्दापाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक दवाएं पहुंचाई गई हैं। ड्रोन सेवा की शुरुआत केंद्र सरकार की तरफ से की गई है।खासतौर पर केंद्र सरकार के टीकाकरण सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए यह एक पहल है।
कोंडागांव जिला कलेक्टर कुणाल दुदावत ने सोमवार को बताया कि विधायक लता उसेंडी की उपस्थिति में रविवार दोपहर बाद जिला अस्पताल कोंडागांव से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मर्दापाल तक ड्रोन के जरिये मेडिकल किट सफलता पूर्वक पहुंचाई गई। इस ट्रायल में बेंगलुरु की स्टार्टअप कंपनी रेडविंग का विशेष योगदान रहा है। रेडविंग ने इस ड्रोन तकनीक का विकास किया है, जो कम समय में स्वास्थ्य सामग्री को दूरस्थ इलाकों तक पहुंचाने में सक्षम है। विधायक लता उसेंडी ने इस ट्रायल के बारे में कहा कि जिले के दूरस्थ क्षेत्र मर्दापाल में इस ड्रोन सेवा के माध्यम से हम स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में तेजी ला सकते हैं और जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध करा सकते हैं।
बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं लेकर हमेशा से कठिनाइयां रही हैं। गांवों में दूर अंदरूनी क्षेत्रों में तथा पहुंच विहीन क्षेत्रों में चिकित्सकों की कमी, दवाइयों की उपलब्धता और ख़ास तौर पर सैंपल की जांच को लेकर दिक्कत होती रही है। ऐसे में सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ड्रोन के जरिए दूरस्थ अंचल में दवाओं की आपूर्ति की प्रक्रिया शुरू की है। अब ड्रोन के जरिए दूरस्थ अंचल में दवाओं की आपूर्ति कर एक क्रांतिकारी कदम उठाया गया है। इससे ब्लड और दवा जिला अस्पताल से सभी अस्पतालों तुरंत पहुंचेगी, और लोगों को तुरंत स्वास्थ्य सेवा भी मिलने लगेगी।
कोंडागांव के सीएमएचओ डॉ आरके सिंह ने बताया कि इस ड्रोन सेवा को दूरस्थ इलाकों में मेडिकल फैसिलिटी को बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है। ड्रोन ना सिर्फ दवाओं को लेकर जिला अस्पताल पहुंचेगा, बल्कि वहां से डॉक्टरों की टीम कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में पहुंचे हुए मरीजों के ब्लड और यूरिन जैसे सैंपल ड्रोन के सहारे वापस भेजेगी। इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष जकसेतु उसेंडी, जिला जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई, जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, कोंडागांव तहसीलदार सहित स्वास्थ्य विभाग के स्टॉफ उपस्थित रहे।