नई दिल्ली, 15 नवंबर । केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में साज-सज्जा पर खर्च की जांच करेगा।
केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता की शिकायत का संज्ञान लेते हुए अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास 6, फ्लैग स्टाफ रोड में साज-सज्जा पर खर्च किए गए कथित करोड़ों रुपये की जांच करने का आदेश सीपीडब्ल्यूडी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) को दिया है।
इस संदर्भ में नेता प्रतिपक्ष ने 21 अक्टूबर को सीवीसी में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने कहा था कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास पर आंतरिक साज-सज्जा और सुविधाओं पर अत्यधिक खर्च किया गया। इसमें उच्च स्तर के भ्रष्टाचार की बू आती है और तत्काल जांच की आवश्यकता है।
गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल ने अपने घर में 77 लाख के टीवी, 50 लाख का रेशमी कालीन, 42 लाख की पीतल की रेलिंग, 20 लाख का स्पा सेंटर, 18 लाख का हॉट वॉटर जेनरेटर, 12-12 लाख की टॉयलेट सीट पर करोड़ों रुपए बेदर्दी से खर्च कर दिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के घर पर 50 स्प्लिट एसी, 250 टन का सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम, 934 लीटर कैपेसिटी वाला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाला फ्रिज, बोश कंपनी के 75 स्पीकर, 5 रेकलाइनिंग सोफे, तीन डाइनिंग टेबल, किंग साइज के 8 बेड, 75 आरामदायक कुर्सियां, 76 टेबल, 24 सोफा सेट, एक डाइनिंग रूम, दो ड्राइंग रूम, तीन मीटिंग रूम, 12 टॉयलेट, दो किचन, 8 बेडरूम की सुविधाओं वाले इस ‘आम आदमी’ के घर के आगे सात सितारा होटल भी पानी भरते हैं।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपने शीश महल के सिर्फ बाथरूम पर जनता की खून पसीने की कमाई के 15 करोड़ रुपये खर्च कर दिए, 5.30 करोड़ रुपये के पर्दे लगवा लिए, ऑटोमेटिक खिड़कियों पर 70 लाख रुपये खर्च किए।
शिकायती पत्र पर जांच के आदेश होने के बाद विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद जो रिपोर्ट आएगी, वह आम आदमी का मुखौटा पहन कर पिछले 10 साल तक दिल्ली की जनता को धोखा देने वाले केजरीवाल को बेनकाब कर देगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के पाप का घड़ा अब भर चुका है और अगले विधानसभा चुनाव में उनके प्रत्याशियों की जमानत जब्त करवा कर दिल्ली की जनता इन्हें सत्ता से बाहर कर देगी।