नई दिल्ली, 15 मार्च । दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में उड़ानों में यात्रियों द्वारा दुर्व्यवहार की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। ऐसी घटनाएं यात्रियों के लिए बेहद अप्रिय और आघात पहुंचाने वाली हैं। डीसीडब्ल्यू ने इन घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेते हुए डीजीसीए को एक नोटिस जारी कर उपरोक्त घटनाओं में उनके द्वारा की गई कार्रवाई के साथ-साथ ऐसे मामलों से निपटने के लिए एयरलाइनों को निकाय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का विवरण मांगा।
डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बुधवार को कहा कि डीजीसीए को सिफारिशें भेज दी हैं और 30 दिनों में मामले में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा, ‘उड़ानों में यौन उत्पीड़न और अनियंत्रित व्यवहार के बढ़ते मामले बहुत परेशान करने वाले हैं। डीजीसीए के वर्तमान दिशा-निर्देश और सलाह यौन उत्पीड़न के मामलों की रोकथाम और निवारण के मुद्दे को ठीक से संबोधित नहीं करते हैं।
वास्तव में, डीजीसीए दिशानिर्देश यौन उत्पीड़न को ‘अनियंत्रित व्यवहार’ के रूप में मानते हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इन दिशानिर्देशों को तत्काल संशोधित करने की आवश्यकता है। हमने डीजीसीए को एक विस्तृत सिफारिश भेजी है और 30 दिनों के भीतर उस पर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। हमें इस अपराध से निपटने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।”
डीसीडब्ल्यू ने इस संबंध में एयरलाइंस और डीजीसीए से जवाबदेही की मांग की है और सिफारिश की है कि उड़ानों और हवाई अड्डों पर यौन उत्पीड़न के मामलों के साथ-साथ उनके खिलाफ की गई कार्रवाई पर डीजीसीए द्वारा नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ एक मासिक रिपोर्ट साझा की जानी चाहिए।