आज एक बार फिर दिल्ली मेयर चुनाव टल गया है। मेयर के लिए वोटिंग शुरू होते ही सिविक सेंटर MCD मुख्यालय में हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के हंगामे के बीच दिल्ली नगर निगम का सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके चलते मेयर का चुनाव फंस गया है। अब मतदान कब होगा, इसके लिए फिलहाल किसी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है।
इससे पहले भी दिल्ली में मेयर के चुनाव को लेकर काफी हंगामा हुआ था, जिसके दो सप्ताह के बाद, आज फिर दिल्ली नगर निगम (MCD) में मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए चुनाव सुबह शुरू हुआ लेकिन दोपहर बीतते-बीतते एक बार फिर से हंगामा हुआ और चुनाव अगली तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. आम आदमी पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया है कि बिना किसी वजह के सदन स्थगित कर दिया गया है। भाजपा लगातार मेयर चुनाव को टालने की कोशिश कर रही है।
आज सदन में पहले मनोनीत सदस्यों और पार्षदों को शपथ दिलवाई गई। इसके बाद मेयर के लिए मतदान होना था, लेकिन उससे पहले ही सदन में संग्राम शुरू हो गया है। इस दौरान बीजेपी और आप के पार्षदों ने खूब नारेबाजी की। बीजेपी नेता “जय श्रीराम” के नारे लगाते नजर आए। वहीं, आम आदमी पार्टी के पार्षद मुकेश गोयल ने लोगों को सदन से बाहर करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि जो लोग वोट डालने के पात्र नहीं हैं, उनको सदन के बाहर बैठाया जाए।
आज मेयर, डिप्टी मेयर और सदन के स्थायी समिति के 6 सदस्यों के प्रतिष्ठित पदों का चुनाव होना था। इसके मद्देनजर एमसीडी मुख्यालय के सिविक सेंटर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
इससे पहले 6 जनवरी को दिल्ली में मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होना था, लेकिन इस दौरान भी सदन में जमकर हंगामा हुआ था। जिसके बाद चुनाव को टाल दिया गया था। 6 जनवरी को सदन में आम आदमी पार्टी और बीजेपी पार्षदों के बीच हाथापाई और धक्का मुक्की भी हुई थी। इसके साथ ही सदन में कुर्सियां भी चली थी। 6 जनवरी को चुनाव टलने के बाद उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने मेयर चुनाव के लिए 24 जनवरी की तारीख तय की थी, लेकिन आज भी हंगामे के कारण चुनाव नहीं हो सका है।
राजधानी की 250 सदस्यीय नगर निकाय के लिए पिछले साल 4 दिसंबर को चुनाव हुए थे और नतीजे 7 दिसंबर को घोषित किए गए थे। आप 134 सीटें जीतकर विजयी हुई थी, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा 104 वार्ड जीतने में सफल रही थी।