नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर किसान पिछले एक महीने से भी अधिक समय से हज़ारों की संख्या में दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे है. दिल्ली में लगातार रातभर हुई बारिश से आंदोलन स्थलों पर जलजमाव हो गया है। ऐसे में जहाँ लोगों का घर से निकलना मुहाल हो गया है, वहीं किसान अब भी सीमाओं पर डटे हुए है. किसानों का कहना है कि हम ऐसी परिस्स्थिति में भी डटे हुए है, हमें उम्मीद है कि इन हालातों को देखने के बाद सरकार हमारी बात मानेगी.
किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने रविवार को कहा कि किसान जिन तंबूओं में रह रहे हैं वह वॉटरप्रूफ हैं लेकिन ये ठंड और जलभराव से उनका बचाव नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, ‘बारिश की वजह से प्रदर्शन स्थलों पर हालात बहुत खराब हैं, यहां जलभराव हो गया है। बारिश के बाद ठंड बहुत बढ़ गई है लेकिन सरकार को किसानों की पीड़ा नजर नहीं आ रही।
गाजीपुर बॉर्डर, बुराड़ी मैदान पर भी पानी भरने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर प्रदशर्नकारी किसान पानी निकालते दिखाई दिए। वहीँ, आज सुबह भी आंदोलन में शामिल दो किसानों की मौत होगयी