केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ अब भी किसानों का आंदोलन जारी है। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों ने डेरा डाला हुआ है। किसान यूनियनों से जुड़े नेताओं का साफ कहना है कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति की बैठक हुई। इसमें फैसला लिया गया कि 21 दिसंबर से 24 घंटे रिले हंगर स्ट्राइक (Relay Hunger Strike) शुरू की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने लोगों से अपील की है किसानों के समर्थन में 23 दिसंबर को किसान दिवस National Farmers Day) के मौके पर देशवासियों से एक समय का खाना त्यागने की अपील भी की है। देशभर में जहां भी धरना चल रहा है, वहां के किसानों से रिले हंगर स्ट्राइक में शामिल होने की अपील की गई है।
किसान सोमवार को सभी प्रदर्शन स्थलों पर एक दिन की क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे और 25 से 27 दिसंबर तक हरियाणा में सभी राजमार्गों पर टोल वसूली नहीं करने देंगे।समिति ने कहा कि 23 दिसंबर को पूरा देश चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन मनाता है। यह किसान दिवस के रूप में जाना जाता है। देश के लोगों से किसानों ने अपील की है कि वे एक टाइम का खाना छोड़कर किसानों का समर्थन करें। पूरे दुनिया में जहां-जहां भारतीय हैं उनसे भी अपील की गई है कि वे इसे समर्थन दें।
26 दिसंबर को एनडीए के साथी संगठनों को किसानों की तरफ से एक मैसेज दिया जाएगा आप केंद्र सरकार से अपील करें कि सरकार इन कानूनों को वापस ले। 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) मन की बात करेंगे। किसानों ने मन की बात के दौरान थाली बजाने की अपील की है। किसानों की देशवासियों से अपील है कि जबतक प्रधानमंत्री का संबोधन होगा तबतक थाली बजाते रहें।