दिल्ली के एमसीडी चुनाव (MCD Election) में कैश फॉर टिकट मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक पर 90 लाख रुपये मांगने का आरोप लगा है. शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने आरोपी विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के रिश्तेदार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
एबीसी का कहना है कि शोभा खारी ने नगर निगम चुनाव के लिए टिकट की मांग की थी, जिसके बदले में विधायक त्रिपाठी ने कथित तौर पर 90 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। शोभा खारी ने इसकी शिकायत एबीसी से की है. आरोप है कि विधायक ने एमसीडी के कमला नगर वार्ड संख्या 69 से आप कार्यकर्ता शोभा खारी को टिकट दिलाने का वादा किया था. इसके लिए 90 लाख रुपयों की मांग की थी.
शोभा खारी ने बताया कि उसने 35 लाख रुपए विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी को भी दिए थे. इसके अलावा 20 लाख रुपए उन्होंने वजीरपुर के एमएलए राजेश गुप्ता को भी दिए थे, बाकि के 35 लाख रुपए टिकट मिलने के बाद दिए जाने थे. बावजूद इसके टिकट की लिस्ट में उनका नाम नहीं आया. ऐसे में उन्होंने अपने पैसे वापस मांगना शुरू किए.
इसके बाद अखिलेश पति त्रिपाठी के साले ओमसिंह ने उनसे बात की और भरोसा दिलाया कि जल्द ही उनके पैसे वापस कर दिए जाएंगे, लेकिन शोभा खारी ने एसीबी में शिकायत दे दी. इस मामले पर कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो ने बुधवार को आप नेता अखिलेश त्रिपाठी के करीबी ओम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा ओम सिंह के साथी शंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी को भी गिरफ्तार किया गया है.
रंगे हाथ हुई गिरफ्तारी
शोभा खारी ने टिकट न मिलने के बाद इस मामले की शिकायत ACB से की थी. उन्होंने सूबत के तौर पर डीलिंग के ऑडियो और वीडियो भी पुलिस को सौंपे थे. जब 15 नवंबर की रात को ओम सिंह, शिवशंकर पांडे और प्रिंस रघुवंशी पैसा वापस करने खारी के घर पहुंचे थे, उसी समय ACB ने तीनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
मामले में निष्पक्ष जांच हो: सिसोदिया
इस मामले पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि किसी ने किसी से पैसे ले भी लिए और किसी ने किसी को पैसे दे भी दिए तब भी उसे टिकट नहीं मिला. इसका मतलब है कि आम आदमी पार्टी में टिकट नहीं बिकता है. आम आदमी पार्टी इस टेस्ट में पास हुई है कि यहां टिकट के लिए पैसे नहीं चलते. ACB को मामले में निष्पक्ष जांच करना चाहिए. जांच के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा.