लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह नहीं रहे। शनिवार रात 9 बजे उन्होंने 89 साल की उम्र में लखनऊ के SGPGI में आखिरी सांस ली। कल्याण सिंह 48 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। पूर्व सीएम के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए पहले उनके आवास, फिर विधानमंडल और अंत में BJP कार्यालय में रखा गया था। अब एयर एंबुलेंस से अलीगढ़ ले जाया जा रहा है। कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के साथ खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हैं।
इस बीच, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बयान जारी कर पूर्व सीएम को श्रद्धांजलि अर्पित की। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की राजनीति में उनका विशिष्ट स्थान था। कुशल प्रशासक के तौर पर उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन से राजनीति में रिक्तता आएगी।
सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लखनऊ में पूर्व सीएम को उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। नड्डा ने प्रधानमंत्री के सामने ही कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर भाजपा का झंडा भी रखा। कल्याण सिंह की ये आखिरी इच्छा थी कि उनके निधन के बाद उनके शव को BJP के झंडे में लिपटाया जाए।
उधर, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किया। सुबह बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती भी कल्याण सिंह के आवास पर पहुंची और उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किया। मायावती ने यहां पूर्व सीएम के पौत्र से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी पूर्व सीएम के आवास पर मौजूद हैं।