रांची, 2 मार्च। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को भाजपा विधायक भानु प्रताप की बात से सदन गरमा गया। उन्होंने यूपीए पर अल्लाह के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया, तो यूपीए विधायकों ने भाजपा पर भगवान श्रीराम के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया। इसके बाद गरमा-गरम बहस शुरू हो गई।
झामुमो विधायकों ने इसका विरोध किया, तब भानु प्रताप ने खड़े होकर कहा कि हां हमलोग भगवान श्री राम के नाम पर वोट मांगते हैं। सीना ठोक कर यह कहते हैं। उन्होंने कहा कि ये सरकार डरपोक, बेमेल गठबंधन की सरकार है। इनके विधायकों को सरकार पर यकीन नहीं है। मुख्यमंत्री को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है। वे अपने विधायकों को एक लिफाफे के डर से रायपुर तक लेकर चले गए।
सदन में नेहरू-जिन्ना का नाम लेने पर भाजपा और कांग्रेस विधायकों में तीखी नोक-झोंक हुई। भानू प्रताप ने कहा कि आज देश की जो हालत है वह नेहरू-जिन्ना के गठजोड़ से हुआ। देश का बंटवारा कराने में कांग्रेस लगी रहती है। ये लोग देश को डुबाने वाली पार्टी से जुड़े हैं। इसलिए कांग्रेस का विनाश तय है। इसका कड़ा विरोध करते हुए कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि आप लोग देश के पूर्व महान विभूति को अपमानित करते हैं जबकि हम हर किसी को सम्मान देते हैं। यही आपका संस्कार है।