कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कथित रूप से पाकिस्तान के समर्थन वाले नारे लगाए जाने के मामले में मध्य प्रदेश पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. खरगोन के एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बताया कि सनावद पुलिस थाने में शनिवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा- 153(बी) और 188 के तहत केस दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है, इसलिए फिलहाल इस मामले में ज्यादा जानकारी साझा नहीं की जा सकती. बताते चलें कि 2 दिन पहले सोशल मीडिया पर 21 सेकंड का यह वीडियो वायरल हुआ. करीब 21 सेकंड के इस विवादित वीडियो में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ पैदल चलते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो के अंत में कथित रूप से ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए जाने की आवाज सुनाई देती है.
बताया जा रहा है कि यह वीडियो 25 नवंबर की सुबह का है, जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ खरगोन जिले के सनावद क्षेत्र के भनभरड गांव से गुजर रही थी. अब यह यात्रा मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में प्रवेश कर चुकी है. इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस में राजनीति तेज हो चुकी है. कांग्रेस का कहना है कि यह एक फर्जी वीडियो है, जिसके जरिए बीजेपी (BJP) राहुल गांधी के नेतृत्व वाली इस पदयात्रा को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के मीडिया प्रभारी के के मिश्रा ने दावा किया कि यह वीडियो सच्चा नहीं है और इसकी सामग्री के साथ छेड़छाड़ की गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सफलता से डरी हुई है. इसी के चलते उसने एक फर्जी वीडियो का इस्तेमाल कर इस यात्रा को बदनाम करने का प्रयास किया है. मिश्रा ने कहा कि इस मामले में झूठा दावा करने वाले मध्य प्रदेश बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर के खिलाफ कानूनी एक्शन लिया जाएगा, जिन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर यह फर्जी वीडियो शेयर किया था.
मध्य प्रदेश बीजेपी (BJP) के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि इस वीडियो को 25 नवंबर को सुबह 8.52 बजे प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से साझा किया गया था. बाद में जब उसमें पाकिस्तान समर्थित नारा सुनाई दिया तो कांग्रेस ने उस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से हटा दिया. चतुर्वेदी ने सवाल किया,‘जब वीडियो में कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं थी तो कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से उस ट्वीट को क्यों हटा दिया. यह कांग्रेस के दोहरे मानदंड को दर्शाता है.’