महाराष्ट्र के यवतमाल में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां स्वास्थ्यकर्मियों ने 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह हैंड सेनेटाइजर पिला दिया. बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
रविवार की सुबह यवतमाल की एक ग्राम पंचायत में राष्ट्रीय पोलियो अभियान चलाया गया. यहां 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह हैंड सेनेटाइजर पिला दिया गया. जिसके बाद इन बच्चों ने देर रात उल्टी और स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों की बात कही. तबीयत बिगड़ने पर इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यावतमाल डिस्ट्रिक्ट काउंसिल चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर श्रीकृष्ण पांचाल ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि ये सभी बच्चें अब ठीक हैं। उन्होंने बताया कि एक स्वास्थ्य कर्मी, एक डॉक्टर और एक आशा वर्कर को इस मामले में निलंबित किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक एक सीएचओ, एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एक आशा कर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है. यवतमाल जिला परिषद के के सीईओ डॉ. श्रीकृष्णा पांचाल ने कहा कि मामले की जांच पूरी होने के बाद घटना के दोषी तय किए जाएंगे. अस्पताल में भर्ती बच्चों की तबीयत अब स्थिर है.
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 जनवरी को साल 2021 के लिए पल्स पोलियो अभियान शुरू किया था। देश में पोलियो को दोबारा पैर पसारने से रोकने के लिए सरकार सतर्क है क्योंकि भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्ता और पाकिस्तान में यह बीमारी अभी भी मौजूद है। इसलिए पोलियो को हराने के लिए साल में दो बार वैक्सीन प्रोग्राम आयोजित होता है।