अंडरवर्ल्ड कनेक्शन व मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे एनसीपी नेता नवाब मलिक के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों का प्रदर्शन जारी है. बीते 4 मार्च से भाजपा विधायक महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर धरना दे रहे हैं और मलिक के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। हालांकि, शिवसेना नवाब मलिक से इस्तीफा लेने के मूड में नहीं दिख रही है, लेकिन उनसे मंत्रालय छीना जा सकता है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मलिक को बीती 23 फरवरी को दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। वह अभी न्यायिक हिरासत में जेल में है। उनकी जमानत अर्जी हाल ही में निरस्त हो चुकी है। मलिक राकांपा की मुंबई इकाई के प्रमुख हैं। वह परभणी व गोंदिया जिलों के प्रभारी मंत्री भी हैं।
राज्य के जल संसाधन मंत्री व महाराष्ट्र राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल का कहना है कि, नवाब मलिक के विभाग अस्थाई तौर पर किसी और को दिए जा सकते हैं। हालांकि, इस बारे में सीएम उद्धव ठाकरे अंतिम निर्णय लेंगे।
दरअसल, गुरुवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पार्टी के नेता नवाब मलिक मामले से जुड़े पहलुओं पर विचार के लिए बैठक बुलाई थी। इसके बाद जयंत पाटिल ने यह बात कही। पवार के घर पर हुई बैठक के बाद पाटिल ने मीडिया से कहा था कि पार्टी मलिक से इस्तीफा नहीं मांगेगी, क्योंकि उन्हें गलत ढंग से गिरफ्तार किया गया है। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री छगन भुजबल व दिलीप वलसे पाटिल, पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे आदि शामिल हुए थे।