गर्भपात छिपाने के लिए बताया अपनी औलाद
पुणे। मां बनना प्रत्येक महिला की नैसर्गिक इच्छा होती है. कभी कभी मातृत्व की चाह में ऐसा कदम उठा लेती हैं जो कानून की नजर में अपराध होता है. ऐसा ही एक मामला पुणे में सामने आया है जहां एक महिला का 7वें महीने में गर्भपात हो गया. महिला ने करीब चार महीने की एक नवजात बच्ची का अपहरण कर उसे पति के सामने अपनी बच्ची बताया। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने मामले में महिला को गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस नवजात के असली माता-पिता की तलाश में जुट गई है।
पुणे के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने बताया कि गिरफ्तार की गई महिला ने पूछताछ में बताया कि काम के सिलसिले में पुणे में अकेली रहती थी। महिला गर्भवती थी, अचानक एक दिन उसका गर्भपात हो गया। उसने ससुराल में इसकी जानकारी नहीं दी। उसने प्लान के तहत ऐसे घर में काम खोजा जहां नवजात बच्चा हो।
चाकण पुलिस थाने में शिकायत करने वाले राजेंद्र प्रभाकर नागपुरे ने पुलिस को बताया था कि महिला उनके घर काम की तलाश में आई थी। कुछ दिन काम करने के बाद वह चार महीने की धनश्री को लेकर भाग गई। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान करीब 100 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। आरोपी पहले जहां रहती थी, पुलिस वहां पहुंची तो पता चला कि वो यहां कई दिनों से नहीं रह रही है। इसके बाद पुलिस ने महिला को अंबेजोगाई के कुत्तर विहार से गिरफ्तार कर लिया।
चार महीने की धनश्री की अजब कहानी
धनश्री का जन्म प्रेम संबंध में एक प्राइवेट हॉस्टिपल में हुआ था। जन्म होने के बाद धनश्री के माता-पिता ने बच्ची को राजेंद्र नागपुरे और उसकी पत्नी को सौंप दिया और वही उसका लालन पालन करने लगे।