गुरु पूर्णिमा के अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक सोशल मीडिया पर ट्वीट किया जिसमें दिवंगत बाल ठाकरे और आनंद दिघे दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने मराठी में लिखा, बालासाहेब के विचारों से कोई धाेखा नहीं है। यह बुझने वाली अंगार नहीं, हिंदुत्व के सिवाय कोई विचार नहीं। गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
उनके इस ट्वीट पर चर्चा शुरू हो गई थी कि उन्होंने हिंदुत्व के विचार की बात कर उद्धव ठाकरे पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधा है। वह अकसर उद्धव ठाकरे और उनके समर्थकों पर हिंदुत्व की विचारधारा से भटकने का आरोप लगाते रहे हैं। एकनाथ शिंदे के इस ट्वीट पर संजय राउत ने भी अपने ही अंदाज में जवाब दिया।
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग शिवसेना छोड़कर कहते हैं कि बालासाहेब ठाकरे हमारे गुरु हैं।’ मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए संजय राउत ने कहा कि अगर बालासाहेब आज जिंदा होते तो ऐसे लोगों को अपने ही अंदाज में जवाब देते। बालासाहेब ठाकरे हम सभी के गुरु थे। बालासाहेब उन सभी के गुरु थे जो शिवसेना, महाराष्ट्र और देश के प्रति वफादार हैं। संजय राउत ने यह भी कहा है कि उनके साथ निष्ठा से रहना ही असली गुरुदक्षिणा है।
दरअसल, शिवसेना सांसद संजय राउत ने सबसे पहले एक ट्वीट किया था। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर राउत ने बालासाहेब के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा था, वो ही गुरु और वो ही गुरुर। इसके बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का ट्वीट आया और दोनों के बीच कलह सामने आ गई।
बता दें कि शिवसेना से बगावत करने के बाद एकनाथ शिंदे शिवसेना के 39 बागी विधायक और बीजेपी के समर्थन ने महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी और 30 जून को सीएम पद की शपथ ली थी, जबकि बीजेपी के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली थी। शिंदे खेमा कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन से बाहर निकलकर बाल ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाने का दावा किया है।