केंद्र सरकार द्वार लिए गए फैसले और मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने भी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया है। राज्य में COVID-19 मामलों में हो रही भारी वृद्धि के कारण महाराष्ट्र बोर्ड परीक्षा 2021 (Maharashtra HSC Exam 2021)को रद्द किया गया है.
शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने बताया कि बुधवार को सूबे की कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे पर विचार विर्मश किया गया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कक्षा बारहवीं के सभी छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पास किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने बुधवार को कहा था कि उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को 12वीं की परीक्षा रद्द करने का प्रस्ताव भेजा था. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मंजूरी के बाद परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
वर्षा गायकवाड़ (Varsha Gaikwad) ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि 23 मई को हुए बैठक में हमने बच्चों के टीकाकरण, स्वास्थ्य और सुरक्षा और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव का मुद्दा उठाया था. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि बारहवीं कक्षा की परीक्षा पर एक समान नीति होनी चाहिए।
इस फैसले से महाराष्ट्र बोर्ड (Maharashtra Board HSC) के 14 लाख छात्रों को फायदा होगा. महाराष्ट्र सरकार ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा को लेकर छात्रों के स्वास्थ्य का मुद्दा केंद्र के सामने उठाया था. इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने सीबीएसई की परीक्षा रद्द कर दी. गौरतलब है कि राज्य में पहले ही दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाए रद्द की जा चुकी हैं. दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पास किया जाएगा.
केंद्र सरकार द्वारा CBSE बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया था. रविवार को राज्य के नाम अपने संबोधन में, ठाकरे ने पीएम से 12वीं कक्षा और अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं पर राष्ट्रीय स्तर पर उचित निर्णय लेने का आग्रह किया था.