एक महिला समेत 500 से ज्यादा मवेशियों की मौत
कई गांवों में लोग अभी भी फंसे हुए हैं
मुंबई : मंगलवार को जलगांव के चालीसगांव में मूसलाधार बारिश की वजह से चालीसगांव तालुका के 750 गांवों को पानी में कमर से ऊपर तक डुबो दिया है। हालांकि बुधवार बरसात नहीं होने से लोगों को राहत है, लेकिन गांव में पानी अभी भी भरा हुआ है।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, अभी भी कई गांवों में स्थिति भयावह बनी हुई है। अचानक आई बाढ़ की इस त्रासदी में एक महिला की मौत हुई है और 500 से ज्यादा मवेशियों के बहने की जानकारी सामने आ रही है। जिले में कई जगह सड़कें टूट गई हैं।
मंगलवार को कन्नड़ घाट और औरंगाबाद के पहाड़ी इलाकों में बादल फटने के बाद से अभी भी औरंगाबाद-धुले हाईवे यातायात के लिए बंद है। कन्नड़ घाट के पास अभी भी सड़क पर कीचड़ भरा हुआ है। हाईवे पर गाड़ियों की लंबी कतार देखने को मिल रही है।
अचानक आई बाढ़ की कुछ डराने वाली तस्वीरें और वीडियो भी सामने आये हैं। जिसमें पानी में सब कुछ बहता हुआ नजर आ रहा है। कुछ गांवों में लोग फंसे हुए हैं और उन्हें बचाने के लिए एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। आपदा प्रबंधन अधिकारी नरवीर रावल ने कहा कि टीम में 35 लोग शामिल हैं।
विधायक मंगेश चव्हाण, पूर्व मंत्री गिरीश महाजन, जिला कलेक्टर अभिजीत राउत, पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण मुंडे, तहसीलदार अमोल मोरे समेत विभाग के अन्य अधिकारी चालीसगांव पहुंच गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, विदर्भ के पश्चिमी हिस्सों में कम दबाव का क्षेत्र होने से मुंबई और इसके उपनगरों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश जारी रहेगी। अधिकांश स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है।
पिछले 24 घंटे के दौरान जलगांव के तालेगांव में 145 मिमी और चालीसगांव में 90 मिमी बारिश दर्ज की गई है। स्थानीय प्रशासन की ओर से पंचनामा और आपातकालीन मदद के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने को कहा गया है। प्रत्येक गांव में चिकित्सा अधिकारियों, पशु चिकित्सा अधिकारियों, शाखा अभियंताओं और विस्तार/बोर्ड अधिकारियों की टीमों को नियुक्त किया गया है।