मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। राज्य सरकार के गृह विभाग ने सिंह के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए 7 सदस्यीय SIT टीम गठित कर दी है। इस टीम की अध्यक्षता डीसीपी स्तर के अधिकारी करेंगे। परमबीर और अन्य 5 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में बिल्डर राधेश्याम अग्रवाल ने मकोका का झूठा केस लगाकर 15 करोड़ वसूलने का आरोप लगाया है।
अग्रवाल के खिलाफ जुहू पुलिस स्टेशन में दर्ज मकोका के केस की जांच भी SIT की टीम करेगी। परमबीर के कमिश्नर रहने के दौरान अग्रवाल पर छोटा शकील से संबंध होने का आरोप लगाते हुए मकोका का केस हुआ था।
SIT टीम में कौन-कौन हैं शामिल?
परमबीर सिंह और 5 अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामले की जांच के लिए बनी SIT में निमित गोयल (पुलिस उपायुक्त), एम.एम.मुजावर (सहायक पुलिस उपायुक्त), प्रिणम परब (पुलिस निरीक्षक, आर्थिक अपराध शाखा), सचिन पुराणिक (पुलिस निरीक्षक, वसूली विरोधी टीम), विनय घोरपडे (पुलिस निरीक्षक), महेंद्र पाटील (सहायक पुलिस निरीक्षक, क्राइम ब्रांच), विशाल गायकवाड (सहायक पुलिस निरीक्षक, पश्चिम विभाग, साइबर पुलिस ठाणे) शामिल हैं।
सभी आरोपी पुलिस अधिकारियों का हुआ तबादला
इस जांच से पहले मुंबई में परमबीर सिंह के करीब माने जा रहे पांच पुलिस अधिकारियों का तबादला भी कर दिया गया है। इसमें 2 DCP, 2 ACP और एक महिला इंस्पेक्टर शामिल हैं। इनपर भी परमबीर सिंह के साथ वसूली करने का आरोप अग्रवाल ने लगाया है।