नाशिक: दुपहिया वाहन चालकों पर लगाम कसने के लिए नाशिक में 15 अगस्त से ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ अभियान की शुरुआत की गई है. इस अभियान को पालक मंत्री छगन भुजबल ने हरी झंडी दिखाते हुए चालकों से ‘सर सलामत तो हेलमेट पचास’ कहते हुए हेलमेट पहनने की अपील की.
स्वतंत्रता दिवस पर पालक मंत्री ने गंगापुर रोड स्थित सद्भावना पुलिस पेट्रोल पंप पर ‘नो हेलमेट नो पेट्रोल’ अभियान शुरू किया. भुजबल ने कहा कि चूंकि हमारे देश की संस्कृति परिवार के अनुकूल है, इसलिए हमारी प्राथमिकता हमारे जीवन को परिवार के लिए सुरक्षित बनाना है. उसके लिए हम सभी को किसी भी वाहन को चलाते समय यातायात नियमों का पालन करना होगा.
इस अवसर विधायक देवयानी फरांदे, सीमा हिरे, सरोज अहिरे, पुलिस आयुक्त दीपक पांडेय, मनपा आयुक्त कैलास जाधव, पुलिस उपायुक्त संजय बरकुंड, अमोल तांबे, विजय खरात, पूर्णिमा चौघुले-श्रृंगी सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी, सभी पेट्रोल पंप डीलर संघों के सदस्य उपस्थित थे.
पांच वर्ष में हेलमेट न पहनने से 397 लोगों की गई जान
पिछले पांच साल में शहर में 782 हादसों में 825 लोगों की मौत हो चुकी है. हादसे में मारे गए 467 लोगों में दोपहिया वाहन थे, जिनमें से 397 ने हेलमेट नहीं पहना था. इस तरह की दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की संख्या को कम करने के लिए पुलिस आयुक्त पांडे के मार्गदर्शन में ‘नो हेलमेट नो पेट्रोल’ पहल सराहनीय है. पांडेय ने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसी भी स्थिति में नागरिकों के जीवन को बचाना है.