दिल्ली में ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर बवाल हुआ. पुलिस पर पथराव किया गया और लाठी-डंडों से हमला हुआ. बवाल के चलते दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के कई स्टेशन बंद कर दिए गए कुछ जगहों पर इंटरनेट सेवा (Internet Services) भी बंद कर दी गई. इस बवाल के बाद शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा यह घटना देश के लिए शर्म की बात है.
संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है, ‘ये जो कुछ हुआ वो आदोंलनकारियों को शोभा नहीं देता. दिल्ली में जो हुआ वो राष्ट्रीय शर्म की बात है’. उन्होंने कहा, पहले शाहीन बाग (Shaheen Bagh) अब ये आंदोलन अगर बार-बार ऐसा होगा तो लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा. राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा है, ‘अगर यह दूसरे राज्य में हुआ होता तो उसका इस्तीफा मांगा जाता। दिल्ली में जो कानून व्यवस्था खराब हुई है, उसके लिए किसका इस्तीफा मांगेंगे? उन्होंने तंज कसते हुए पूछा क्या यहाँ भी सोनिया गांधी, शरद पवार, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे या जो बाइडेन का इस्तीफा मांगेंगे?
संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि जब बाबरी मस्जिद गिरी थी। तब भी इंटेलिजेंस फेलियर था और आज भी जो कुछ हुआ है वह इसी की वजह से हुआ है। किसानों की भावनाएं समझ कर अगर सरकार तीनों कृषि कानून रद्द कर देती तो आज यह काला दिन नहीं होता। राउत ने कहा कि अब तक किसान आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था 2 महीने से चल रही शांति का की पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही थी। लेकिन आज किसानों के सब्र का बांध टूट गया।
स्वर्गीय बालासाहेब कहते थे कि व्यक्ति के लिए कानून बनाया जाता है। अगर वह उस कानून से खुश नहीं तो उसका कोई फायदा नहीं। लाल किले पर जो भी हुआ है उसकी शिवसेना (Shiv sena) निंदा करती है। राउत ने कहा कि ऐसे समय में हम सरकार का साथ देंगे और उनसे अपील करेंगे कि वे जल्द से जल्द हालात को नियंत्रण में लाएं।
दूसरी तरफ एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) का भी बयान आया है. पवार ने कहा है, ‘पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान पिछले दो महीने से शांति से आंदोलन कर रहे थे. उन्होंने अब तक संयम दिखाया. सरकार को इ समस्या का हल प्रोएक्टिव होकर निकालना चाहिए था लेकिन सरकार ने इस तरह की भूमिका नहीं निभाई.’