पुणे। कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या के साथ मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में शवों को ले जाने के लिए शव वाहनों (हार्स) की कमी को ध्यान में रखते हुए, स्कूल बसों का उपयोग किया जा रहा है। पुणे शहर से शुरू हुई इस योजना का अब राज्य में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
स्कूली बच्चों को ले जाने वाले सभी वाहनों को लॉकडाउन के बाद से बंद कर दिया गया है। कोरोना की वर्तमान दूसरी लहर में रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। कुछ दिन पहले पुणे मनपा ने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से एंबुलेंस के लिए अनुरोध किया था क्योंकि मौतों की बढ़ती संख्या के कारण एंबुलेंसों की कमी हो गई थी। जवाब में स्कूल बस संचालकों ने शुरू में 10 छोटी स्कूल बसों को देने का निर्णय लिया। इन वाहनों की आंतरिक संरचना को संशोधित करके मनपा को ले जाने के लिए कहा जा रहा है। वर्तमान में 42 छोटी बसों को हार्स में बदल दिया गया है।