महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट निरंतर गहराता ही जा रहा है. एक ओर शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे बार-बार महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे असहाय दिखाई दे रहे हैं. शिवसेना के 35 से अधिक विधायक एक गुट बनाकर भाजपा शासित प्रदेश असम की राजधानी गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में रह रहे हैं, जिनका नेतृत्व एकनाथ शिंदे कर रहे हैं.
कभी शिवसेना के वफादार सैनिक माने जाने वाले एकनाथ शिंदे ने खुद पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. शिवसेना नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों को अब एकनाथ शिंदे से उम्मीद है कि वो सब कुछ भुलाकर महाराष्ट्र वापस लौट जाएं और फिर से सरकार में शामिल हो जाएं.
इसी कड़ी में महाराष्ट्र के सतारा जिले के शिवसेना के उप जिला प्रमुख संजय भोसले गुवाहाटी पहुंच गए. इसके बाद पोस्टर के जरिये एकनाथ शिंदे को मनाने की कोशिश करने लगे. पोस्टर पर लिखा हुआ था, ‘शिवसेना जिंदाबाद, एकनाथ शिंदे (भाई) मातोश्री परत चला ( मातोश्री लौट चलो).’ हालांकि इस दौरान पुलिस ने महाराष्ट्र के सतारा से शिवसेना के उप जिला प्रमुख संजय भोसले को हिरासत में ले लिया.
संजय भोसले होटल में ठहरे बागी विधायकों से महाराष्ट्र लौटने की अपील कर रहे थे. वहीं असम पुलिस ने बोला कि यह संवेदनशील इलाका है. पुलिस का कहना है कि कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. संजय भोसले ने कहा कि आज ही मैं गुवाहाटी पहुंचा हूं तथा पार्टी MLA एकनाथ शिंदे से ‘मातोश्री’ लौटने का आग्रह करता हूं. शिवसेना ने अपने विधायकों को काफी कुछ दिया है.
जहां एक तरफ एकनाथ शिंदे के गुट में विधायकों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे बागी विधायकों पर सख्ती बरतने के मूड में नजर आ रहे हैं. बता दें कि सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर से बागियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने एकनाथ शिंदे समेत 12 बागियों के खिलाफ व्हिप का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.
संजय राउत ने बागी विधायकों को हिदायत देते हुए कहा है कि अगर जरुरत पड़ी तो हम सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि एकनाथ शिंदे गुट जो हमें चुनौती दे रहा है, उसे यह पता होना चाहिए कि शिवसेना के कार्यकर्ता अभी सड़कों पर नहीं उतरे हैं. इस तरह की लड़ाई या तो कानून के जरिए लड़ी जाती है या सड़कों पर. जरूरत पड़ी तो हमारे कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने कहा कि शिवसेना एक बड़ा समंदर है, ऐसी लहरें आती-जाती रहती हैं.