नाशिक। कोरोना की दूसरी लहर में युवाओं के साथ बच्चों को भी संक्रमित होना पड़ रहा है. शहर के अशोका मेडिकवर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञों की टीम ने एक दिन के नवजात कोरोना ग्रस्त शिशु का सफल इलाज करते हुए उसे नया जीवनदान दिया है.
गौरतलब हो कि शहर की एक महिला को अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. जिसने ढाई किलो से अधिक वजन के शिशु को जन्म दिया. लेकिन जन्म के कुछ घंटों के भीतर बच्चे को सांस लेने में कठिनाई होने लगी. जांच में बच्चे में निमोनिया के लक्षण पाए गए. अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील पारख, डॉ. नेहा मुखी, डॉ. पूजा चफालकर की टीम ने लगातार 18 दिनों के प्रयासों के बाद बच्चे का जीवन बचाने में सफलता पाई.