परमबीर सिंह (Param Bir Singh) की चिट्ठी पर चल रहे सियासी घमासान के बीच देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव से अजय भल्ला से मुलाकात की और उन्हें सबूत सौंपते हुए प्रकरण पर कार्रवाई की मांग की है।
देवेंद्र फडणवीस ने आज गृह मंत्रालय में गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात के बाद कहा कि मेरे पास जो जानकारी थी वो गृह सचिव को सौंप दी है. इस पूरे मामले को क्यों दबाया गया. सरकार की ओर से कार्रवाई क्यों नहीं की गई. इस मसले पर गृह सचिव ने कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि गृह सचिव से मैंने सीबीआई जांच की मांग भी की है.
फडणवीस ने मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मेरे पास पुलिस अधिकारियों के तबादले पर कॉल रेकॉर्ड का डेटा है। इस रिपोर्ट को 25 अगस्त 2020 से अब तक दबाकर क्यों रखा गया। पुलिस अधिकारियों के बीच गंभीर बातचीत थी। ऐसे गंभीर मामले में शामिल लोगों पर महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई क्यों नहीं की। तत्कालीन डीजीपी ने सीआईडी (CID) से जांच की मांग की थी तो उसे क्यों रोका गया। सीएम ने भी फाइल देखी है। सरकार आखिर किसको बचाना चाहती थी।’
उन्होंने कहा, ‘मैं इतना ही मानता हूं कि ये जो सारा मसला है, इस मसले में इस रिपोर्ट को 25 अगस्त 2020 से लेकर अभी तक क्यों दबाकर रखा गया. उस पर क्यों कार्रवाई नहीं हुई. इतने गंभीर बातचीत थी, ऐसे गंभीर मसलों से जुड़े लोगों पर सरकार ने कार्रवाई क्यों नहीं की.’
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल बुधवार को सुनवाई करेगा. परमबीर सिंह ने होमगार्ड विभाग में ट्रांसफर किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 22 मार्च को एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में सभी आरोपों की जांच सीबीआई से कराने की मांग के साथ ही उन्होंने अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के घर के बाहर की सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर उसकी जांच कराए जाने की भी मांग की है ताकि सच्चाई सभी के सामने आ सके।
अपनी याचिका में परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने अपने तबादले के आदेश को भी याचिका में चुनौती दी है।
क्या है मामला
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन की छड़ों से भरी स्कॉर्पियो मिलने के मामले में हटाए गए मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली कराने का आरोप लगाया था। अनिल देशमुख ने पहले इन दावों को गलत बताया और परमबीर सिंह पर मानहानि का दावा करने की बात कही। उनके आरोपों के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल मच गया है।