पंजाब (Punjab) में राजनीति संकट के बीच मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की. पीएम आवास पर दोनों के बीच मुलाकात करीब एक घंटे चली.
मुलाकात के बाद सीएम चन्नी ने कहा कि पीएम मोदी से कई मुद्दों पर लंबी बातचीत चली. उनके साथ अच्छे माहौल में बात हुई. मैंने उनसे तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग की. साथ ही कहा कि किसानों से सरकार को फिर से बात करनी चाहिए.
चन्नी ने प्रधानमंत्री के सामने तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग दोहराई. साथ ही कहा कि किसानों से फिर बातचीत शुरू की जाए. हालांकि इसपर प्रधानमंत्री ने भी कहा कि वह इस मामले का हल ढूंढ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने पीएम से करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की भी मांग की जो कोरोना की वजह से बंद कर दिया गया था. जबकि तीसरा उन्होंने धान की सरकारी खरीद तुरंत शुरू करने की मांग की.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने गुरुवार को केंद्र सरकार से मांग की थी कि वह एक अक्टूबर से धान की खरीद को स्थगित करने के लिए जारी पत्र को वापस लें. धान की सरकारी खरीद सामान्य तौर पर एक अक्टूबर को शुरू होती है. उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की थी.
इससे पहले गुरुवार रात को पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे और नाराजगी का मसला हल कर लिया गया. पंजाब भवन में तीन घंटे से भी अधिक समय तक चली बैठक में हाईकमान के पर्यवेक्षक हरीश चौधरी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अहम भूमिका निभाई.
नवजोत सिंह सिद्धू तीन सदस्यीय कमेटी के गठन पर सहमत हो गए हैं और उनके इस्तीफे को हाईकमान ने नामंजूर कर दिया है. इस तरह सिद्धू अब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान बने रहेंगे. हालांकि कांग्रेस पार्टी और किसी नेता की तरफ से कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ लेकिन पता चला है कि विवाद इस मुकाम पर आकर हल हुआ कि मुख्यमंत्री चन्नी ने अधिकारियों को हटाने की सिद्धू की मांग को यह कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया कि भविष्य में इस तरह के मामलों में सिद्धू की भी राय ली जाएगी.