पंजाब के मोहाली स्थित एक निजी विश्वविद्यालय (चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी) के गर्ल्स हॉस्टल से आपत्तिजनक वीडियो के कथित लीक मामले में कार्रवाई की मांग करने वाले छात्रों के भारी विरोध के बाद, यूनिवर्सिटी को 6 दिन (शनिवार) तक बंद कर दिया गया है। इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए गर्ल्स हॉस्टल वार्डन राजविंदर कौर को भी निलंबित कर दिया है।
पंजाब में स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद मचा हुआ है। हजारों की संख्या में छात्राएं यूनिवर्सिटी के सामने जबरदस्त विरोध प्रर्दशन कर रही हैं। यूनिवर्सिटी की एमबीए की एक छात्रा पर हॉस्टल में रहने वाली 60 छात्राओं का नहाते हुए वीडियो बनाकर लीक करने का आरोप है।
अब तक 3 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने वीडियो लीक में अभी तक आरोपी छात्रा सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि हॉस्टल की वह लड़की जिसने वीडियो बनाए और शिमला में रहने वाला उसका दोस्त शामिल हैं।
छात्रों के भारी विरोध के बाद आरोपी लड़की और उसके प्रेमी, सनी मेहता जो शिमला निवासी है को गिरफ्तार कर लिया गया। 23 साल का सनी मेहता एक ट्रैवल एजेंसी में काम करता है। इनके अलावा एक दूसरे व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है, जो एक बेकरी में काम करता है. फिलहाल उसकी भूमिका के बारे में पता नहीं चल सका है।
SIT करेगी मामले की जांच
विद्यार्थियों के हंगामे के बीच जिला प्रशासन ने दावा किया कि इस पूरे मामले की जांच एसआईटी करेगी। इसमें महिला अफसर भी शामिल होगी। उपायुक्त अमित तलवार ने यह भी कहा कि यदि विद्यार्थी चाहते हैं तो वह मजिस्ट्रेट जांच के लिए भी तैयार है ।
एसएसपी का दावा- सिर्फ आरोपी छात्रा का वीडियो मिला
वहीं मोहाली एसएसपी विवेकशील ने दावा किया कि छात्रा के मोबाइल से सिर्फ उसी का वीडियो बरामद हुआ है। अन्य किसी छात्रा का वीडियो नहीं मिला है। आरोपी छात्रा ने अपना ही वीडियो बनाकर शिमला में दोस्त को भेजा था। छात्रा का मोबाइल और लैपटॉप को जब्त कर फॉरेंसिंक जांच को भेज दिया है।
पुलिस की एफआईआर में बताया गया है कि छह छात्राओं ने आशंका जताई कि बाथरूम में नहाते वक्त उनके वीडियो बनाकर वायरल किए गए हैं। छात्राओं ने तुरंत इसकी जानकारी मैनेजमेंट को दी लेकिन देर रात आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे आक्रोशित विद्यार्थियों ने रात को जमकर हंगामा किया।
स्थिति को काबू करने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस के साथ धक्कामुक्की भी हुई। रात करीब दो बजे यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्राओं को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत करवाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए रविवार को पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों के अलावा पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी भी मौके पर पहुंची। उन्होंने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।
फैलाई जा रहीं अफवाहें
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर प्रो. आरएस बाबा ने कहा कि सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है कि सात छात्रों ने आत्महत्या की कोशिश की है। यूनिवर्सिटी में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। संस्थान का कोई छात्र अस्पताल में भर्ती नहीं है। 60 छात्रों के एमएमएस बनाने की खबर भी बेबुनियाद है। आरोपी छात्रा ने सिर्फ अपना वीडियो दोस्त को भेजा था। प्रबंधन जांच में सहयोग कर रहा है। विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए गंभीर है।
दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई: भगवंत मान
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मामले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियां हमारी शान, मर्यादा और गौरव हैं और ऐसी कोई भी घटना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस घटना से वह काफी दुखी हैं। इस जघन्य अपराध में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं और पूरी स्थिति पर नजर बनाए हैं। उन्होंने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है। साथ ही चेतावनी भी दी कि इस संवेदनशील मुद्दे पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।