लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र (Hazratganj) में एक रिहायशी बिल्डिंग ढह गई। तीन लोगों को जख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया था। जहां उनकी मौत हो गयी है। मलबे के नीच 30-40 लोगों के फंस होने की आशंका है। हादसे की सूचना पुलिस और प्रशासन को दी गई है। हादसे के बाद पुलिस औऱ फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। हादसे की सूचना मिलने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंच गए हैं।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जानकारी दी है कि 7 लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल भेजा गया है। उन्होने कहा “वे बेहोश थे, रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। लोग कह रहे हैं कि बिल्डिंग में 30-35 परिवार रह रहे थे”
उप मुख्यमंत्री के अनुसार, बिल्डिंग में कई परिवार रहते थे। इमारत में बेसमेंट बनाने का काम चल रहा था, जिसके लिए ड्रिलिंग की गई थी। शाम को काम बंद होने के बाद लगभग सात बजे बिल्डिंग ढह गई। पाठक ने कहा कि उन्हें जैसे ही हादसे की सूचना मिली, वे तुंरत एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व पुलिस को राहत कार्य का निर्देश दिया और वह खुद भी मौके पर पहुंचे।
सूचना मिलने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को राहत एवं बचाओ कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री योगी ने घायलों के शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना की है।
चश्मदीदों का कहना था कि इमारत के ग्राउंड लेवल पर कुछ दिनों से काम चल रहा था। इस हादसे के पीछे उसे भी जिम्मेदार माना जा सकता है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि हादसा सिलिंडर विस्फोट से हुआ था। इसका मूल कारण क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल तो मलबे में दबे लोगों को सकुशल बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।