यूपी के आगरा में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में वाल्मीकि समाज के युवक की मौत के बाद जबर्दस्त हंगामा हो रहा है. युवक के परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आगरा में एक्सप्रेसवे पर हिरासत में लिया गया है. आरोप है कि अरुण कुमार नाम के सफाईकर्मी की पुलिस हिरासत में पिटाई से मौत हुई है. वाल्मीकि समाज से जुड़े अरुण कुमार को पुलिस ने चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था.
हिरासत में लिए जाने पर प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार पर सवाल भी खड़े किए और कहा कि उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि उन्हें क्यों रोका जा है है. आगरा जाने से रोके जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि ”पुलिस की खुद स्थिति यह हो गई है कि वे कुछ कह नहीं पा रहे हैं. उनके अधिकारी भी जानते हैं कि ये ग़लत है इसके पीछे कुछ क़ानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं है. हर जगह कहते हैं कि धारा-144 है.”
मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी को पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए रोका है. रोके जाने पर प्रियंका की पुलिस से झड़प भी हुई. इसका वीडियो फेसबुक लाइव पर भी दिखा.
इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ”अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई. उनका परिवार न्याय मांग रहा है. मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं. यूपी सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है.”
कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सरकार की तानाशाही है. पुलिस ऊपर के इशारे पर प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवार से मिलने से रोक रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को प्रियंका गांधी और कांग्रेस से डर लगता है लेकिन कांग्रेस किसी के रोकने नहीं रुकने वाली.
उधर, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी आगरा में पुलिस हिरासत में मौत को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने पहले खुद ही मालखाने में चोरी कराई फिर दलित सफाईकर्मी पर इल्जाम मढ़ दिया. योगी राज में पुलिसवाले खुद अपराध कर रहे हैं.
उधर, पीड़ित परिवार और वाल्मिकि समाज के स्थानीय लोगों ने इस घटना के विरोध में आज वाल्मिकि जयंती नहीं मनाई. परिवार ने सरकार से एक करोड़ रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है. इसके साथ ही कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
गौरतलब है कि जगदीशपुरा थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये चोरी के शक में पुलिस ने सफाई कर्मचारी अरुण को हिरासत में लिया था. मंगलवार की रात सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. घटना ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं. अरुण लोहामंडी क्षेत्र का निवासी था. बवाल की आशंका के मद्देनजर थाने को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. आसपास के जिलों से भी पूर्व में यहां रह चुके तेज तर्रार इंस्पेक्टर बुलाए गए हैं.