कर्नाटक के कालेज में हिजाब विवाद (Hijab Controversy) को लेकर सियासत अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) तक पहुंच गई है. इसी बीच जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कर्नाटक के महात्मा गांधी कॉलेज उडुपी की बीबी मुस्कान खान को 5 लाख रुपए का नकद इनाम (Reward) देने की घोषणा की है.
पूर्व राज्यसभा सदस्य मौलाना महमूद मदनी ने छात्रा बीबी मुस्कान खान द्वारा हिजाब पर रोक का विरोध करने वालों का डटकर मुकाबला करने की जमकर प्रशंसा की. साथ ही उन्होंने छात्रा को बहादुर बताते हुए पांच लाख रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की है.
कर्नाटक का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ युवक भगवा पटका पहनकर जय श्रीराम के नारे लगाते नजर आ रहे हैं. हालांकि इसके विरोध में बुर्का पहने मुस्कान खान अल्लाह हू अकबर के नारे लगाने लगती है. इस दौरान दोनों ओर से नारों का सिलसिला जारी रहता है.
जानकारी के मुताबिक, मुस्कान कर्नाटक के महात्मा गांधी कॉलेज उडुपी की छात्रा है. इस दौरान वह कालेज में हिजाब की पाबंदी लगा दिए जाने के बावजूद भी हिजाब पहनकर कालेज जा रही है. ऐसे में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने मुस्कान को पांच लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है.
वहीं, मुस्कान ने मंगलवार को कालेज में हिजाब की रोक के विरोध में छात्राओं के प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए धार्मिक नारे लगाए थे. जहां मौलाना मदनी ने कहा कि देश की बेटियों से अपने सवैधानिक ओर धार्मिक अधिकारों के लिए सजग रहने चाहिए.
मदनी ने दी शुभकामनाएं
बता दें कि मौलाना मदनी ने कर्नाटक की छात्रा बीबी मुस्कान को बधाई दी. इसके साथ ही सरकार से मांग की है कि धार्मिक अधिकारों का विरोध करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. चूंकि, मुल्क का सविधान मानने वाले चाहे व किसी भी धर्म का क्यों न हो, उसे समान अधिकार हैं. इसके साथ ही पूर्व सांसद व जमीयत अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने विरोध करने वाली छात्रा के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं.
छात्रा ने लगाए थे ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे’
गौरतलब है कि मीडिया में कर्नाटक का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ युवक भगवा पटका पहनकर जयश्रीराम के नारे लगाते नजर आ रहे हैं. उन युवकों के विरोध में बुर्का पहने मुस्कान खान नाम की छात्रा ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाने लगती है. हालांकि इस वीडियो में दिखता है कि दोनों तरफ से देर तक नारों का यह सिलसिला चलता रहा. ऐसे में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के इस कदम को मौलाना महमूद मदनी ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए साझा भी किया है. इसके साथ ही जमीयत की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी इस बारे में एक लेख और उर्दू में लिखा पोस्टर अपलोड किया है. जहां पर मौलाना मदनी ने मुस्कान को बहादुर लड़की बताया है.