मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने चार दिवसीय दौरे पर गोरखपुर में हैं. आज यहां गोरक्षपीठाधीश्वर और सीएम योगी की मौजूदगी में नरसिंह शोभायात्रा निकली. घंटाघर से निकलने वाली इस शोभायात्रा में गोरखपुर की जनता सीएम योगी संग फूल, गुलाल और रंगों की होली खेलती नजर आयी. भगवान नरसिंह की होलिकोत्सव शोभायात्रा में जमकर गुलाल उड़ा. इसके बाद सीएम गोरखनाथ मंदिर में शाम 4 बजे होली के कार्यक्रम में शामिल होंगे.
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने लोगों को संबोधित किया. अपने संबोधन में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार यह आयोजन दो कारणों से महत्वपूर्ण है. पहला कारण है- पिछले दो साल में पहली बार सबको व्यक्तिगत तौर पर होली मनाने का अवसर मिल रहा है.
दूसरा कारण है- उत्तर प्रदेश ने एक बार फिर राष्ट्रवाद और सुशासन की सरकार चुनी है और पहली बार गोरखपुर जिले की सभी 9 विधानसभा सीटों पर राष्ट्रवाद की मुहर लगी है. उन्होंने कहा कि यह यात्रा पिछले 80-85 वर्षों से अनवरत जारी है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पर्व हमें अतीत से जोड़ते हैं. होलिका और हिरण्यकश्यप हर समाज में मौजूद रहे हैं. हिरण्यकश्यप और होलिका ने भक्त प्रह्लाद को उसके भक्ति मार्ग से डिगाना चाहा, लेकिन सफल न हो सके. हमें भी भक्त प्रह्लाद की तरह अपने मार्ग से डिगना नहीं है.”
योगी आदित्यनाथ के संबोधन के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और श्री होलिकोत्सव समिति महानगर के तत्वाधान में भगवान नरसिंह की लगभग छह किलोमीटर लंबी शोभायात्रा शुरू हुई. इस दौरान विशाल जनसमूह उमड़ा और लोग रंग, अबीर-गुलाल और फूलों से होली खेलते हुए इस शोभायात्रा में शामिल हुए. इस दौरान ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएँगे’ की भी गूंज सुनाई दी.
साल 1998 से योगी आदित्यनाथ इस शोभायात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने इस शोभायात्रा को और भव्यता दी और इसकी ख्याति देश-विदेश तक पहुँचाई. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी इस शोभायात्रा का वे नेतृत्व करते रहे, जो अब तक जारी है. कोरोनाकाल में दो साल के लिए साल 2020 और 2021 में योगी आदित्यनाथ इस आयोजन में शामिल नहीं हो हो सके थे.