उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले वाराणसी में ईवीएम (Varanasi EVM Row) को लेकर जारी बवाल के बीच बड़ी खबर सामने आई है. वाराणसी में ईवीएम के रखरखाव और ट्रांसपोर्टेशन के लिए जिम्मेदार एडीएम एनके सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि संजय कुमार अपर जिलाधिकारी को नया ईवीएम नोडल प्रभारी बनाया गया है.
बता दें कि वाराणसी में सपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार की शाम को ईवीएम लदी गाड़ियों के पकड़े जाने पर बवाल किया था और अखिलेश यादव ने डीएम समेत चुनाव आयोग के अधिकारियों पर ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था.
बुधवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की ओर से एक पत्र जारी कर विभागीय कार्रवाई की जानकारी दी गई है. पत्र में नलिनीकांत सिंह को दायित्वों से हटाने के साथ ही उनको मतगणना स्थल से पृथक करने के साथ ही निर्वाचन और मतगणना संबंधी स्थलों पर भी न रहने का निर्देश जिलाधिकारी ने जारी किया है.
जारी पत्र में लिखा गया है – विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 हेतु श्री नलिनी कांत सिंह (जिला आपूर्ति अधिकारी) वाराणसी को ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया गया था. दिनांक 8 मार्च को इनके द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी तथा राजनीतिक दलों को ईवीएम का मूवमेंट प्लान शेयर किए बिना ही ईवीएम वेयरहाउस से 20 ईवीएम प्रशिक्षण स्थल उदय प्रताप कॉलेज भेजी गई. सभी प्रशिक्षण मशीनें राजनीतिक दलों को मोमेंट प्लान शेयर करने के उपरांत दिनांक 9 मार्च को प्रातः भेजी जानी थी. इनकी इस लापरवाही की वजह से वाराणसी के प्रत्याशियों में बहुत बड़ी भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई. जिसे नियंत्रित करने में जनपद की छवि भी गंभीर रूप से धूमिल हुई है.
ऐसी गंभीर अनियमितता के कारण श्री नलिनी कांत सिंह अपर जिलाधिकारी आपूर्ति वाराणसी को ईवीएम नोडल प्रभारी के कार्य से मुक्त किया जाता है. वहीं श्री संजय कुमार अपर जिलाधिकारी वाराणसी को ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया जाता है. इसके साथ ही नलिनीकांत सिंह अपर जिलाधिकारी आपूर्ति वाराणसी को निर्वाचन के सभी कार्यों से हटाया जाता है तथा आदेशित किया जाता है कि अब वे निर्वाचन संबंधी एवं मतगणना संबंधी कोई कार्य नहीं करेंगे ना ही मतगणना स्थल जाएंगे.