नोएडा सेक्टर-50 के एक मकान में प्राइवेट लॉकर का धंधा चल रहा था। ये मकान एक सेवानिवृत्त यूपी आईपीएस अधिकारी राम नारायण सिंह का बताया जा रहा है. आइटी टीम ने यहां छापेमारी कर लॉकर से 3 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं. टीम ने यहां सभी लॉकर जब्त कर लिए हैं. इसके बाद टीम लॉकरों के मालिकों से संपर्क कर रही है, उनको बुलाकर इस बारे में पूछताछ की जाएगी.
इनकम टैक्स के सर्वे में देर रात 1 बजे तीन लॉकर खोले गए. लॉकर से करीब 3 करोड़ रुपये की नकदी मिली. नोटों की गिनती के लिए मशीन लगाई गई है. रात करीब 3:00 बजे से ही नोटों की गिनती जारी रही. ये बेनामी संपत्ति तीन संदिग्ध लोगों की है. इनकम टैक्स की टीम संदिग्ध लोगों के बेनामी संपत्तियों को तलाशने में जुटी है. सेक्टर 50 के बंगला नंबर-A6 पर अधिकारियों की टीम लगातार लॉकर खंगाल रही है. इस बंगले के अंदर करीब 600 लॉकर हैं, जिसे आयकर विभाग की टीम खंगाल रही है.
दरसअल, ये बंगला यूपी पुलिस में डीजी अभियोजन रह चुके 1983 बैच के रिटायर्ड आईपीएस राम नारायण सिंह का है. इस बंगले के बेसमेंट में राम नारायण सिंह की पत्नी और बेटा मानसम वॉलेट्स के नाम से लॉकर्स किराए पर देते हैं. उत्तर प्रदेश के उच्च पद पर तैनात रहे एक अन्य पूर्व आईपीएस के लॉकर भी यहां से मिले हैं.
पिछले पांच साल से इस सेफ्टी वॉल्ट में लॉकर किराये पर देने का काम किया जा रहा है. इस कोठी नंबर A6 में पूर्व आईपीएस अधिकारी की पत्नी और बेटे के नाम पर निजी तौर पर प्राइवेट लॉकर किराए पर देने का काम किया जाता है. आईपीएस अधिकारी का कहना है कि यह उनका पुश्तैनी काम है.
इन्हीं में से किसी लॉकर में अघोषित 20 लाख की नकदी होने की जानकारी आयकर विभाग को मिली थी. इसके बाद टीम ने इनके लॉकर की जांच के लिए छापेमारी की. बताया जा रहा है कि आईपीएस अधिकारी और उनका परिवार जांच में सहयोग कर रहे हैं.
आधिकारिक सूत्रों की माने तो कई लॉकरों में नगदी के अलावा आभूषण मिले हैं. जांच के दौरान इन लॉकर्स के रखरखाव में कुछ यहां अनियमितताएं भी मिली हैं. मसलन, यहां लॉकर लेने वालों के केवाईसी नहीं मिले, जिन लॉकरों में सामान मिला है, उनके मालिकों से जानकारी ली गई है.
आयकर विभाग की टीम ने अब तक 3 से 4 बेनामी लॉकर्स को कटर से कटवाया है. इन लॉकर्स में 3 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद हुआ है, जिनमें एक लॉकर से करीब ढाई करोड़ और बाकी 3 लॉकर्स से 30 से 40 लाख रुपये कैश मिले हैं. कुछ और बेनामी लॉकर्स को खोले जाने का काम किया जा रहा है.