लखीमपुर मामले में पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए अब सिद्धू भी कांग्रेस नेताओं का काफिला लेकर यूपी की ओर निकल गए. पंजाब के कैबिनेट मंत्री राजा अमरेंद्र सिंह और परगट सिंह के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के चार विधायकों को हरियाणा के यमुनानगर और यूपी के सहारनपुर की सीमा पर भारी हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बाद यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
हंगामे में सिद्धू की पुलिसकर्मियों से भी तीखी नोक-झोंक हुई. उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि आप लोग केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे के खिलाफ कुछ नहीं कर सकते लेकिन हमें पीड़ित परिवारों का दुख साझा करने से रोक रह रहे हैं.
पुलिस और कांग्रेस के नेताओं के बीच जमकर बहस हुई. सभी आगे जाने की बात पर अड़े रहे लेकिन पुलिस ने किसी तरह से इन्हें रोका. इस दौरान कैबिनेट मंत्री राजा वडिंग बैरिकेड पर चढ़ गए और बोले कि यदि रोका तो मैं यहीं पर भूख हड़ताल पर बैठ जाऊंगा. इसके बाद कई मंत्री और विधायक शाहजहांपुर पुलिस चौकी में धरने पर बैठ गए. इस दौरान परगट सिंह ने कहा कि पुलिस की जो मर्जी हो वे करें लेकिन हमें हर हाल में आग जाना है.
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश प्रशासन ने सिर्फ 5 नेताओं को यूपी में प्रवेश की इजाजत दी है. लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू काफिले के साथ आगे बढ़ने की मांग पर अड़ेहुए हैं. पुलिस ने बताया कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ यमुना नगर (हरियाणा)-सहारनपुर (यूपी) सीमा पर हिरासत में लिया गया है. वे उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जा रहे थे. ज्यादा संख्या में लोगों के होने के कारण ये कार्रवाई की गई है.
इससे एक दिन पहले ही बुधवार को राहुल गांधी को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक दिया गया था और उन्हें पुलिस की गाड़ी में लखीमपुर जाने के लिए कहा गया था. जिसका विरोध करते हुए राहुल वहीं धरने पर बैठ गए थे. बाद में प्रशासन ने उन्हें जाने की अनुमति दे दी थी. वे देर शाम लखीमपुर पहुंचे थे. राहुल और प्रियंका गांधी ने बुधवार को ही किसान लवप्रीत के परिजन से मुलाकात की थी.