उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) से पहले करीब दस दिन में दूसरी बार वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी ( PM Modi in Kashi) ने काशी को करोड़ों रुपए की सौगात दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दुग्ध उत्पादों से जुड़ी अमूल सहकारी संस्था की ‘बनास डेयरी संकुल’ परियोजना की आधारशिला रखने के साथ ही लगभग 2100 करोड़ रुपये की लागत वाली 22 परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ किया.
इस दौरान पीएम मोदी ने गाय, गोबर से लेकर भैंस तक का जिक्र किया और विपक्ष पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने देश के लिए पशुधन की उपयोगिता की चर्चा करते हुए गाय को मां समान बताया तो यह भी कहा कि गाय और गोबरधन की बात करना देश में गुनाह बना दिया गया है.
पीएम मोदी ने बगैर किसी पार्टी का नाम लिए विपक्ष पर हमला बोला और कहा कि हमारे यहां गाय की बात करना, गोबरधन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है. गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय, माता है, पूजनीय है. गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. पीएम ने कहा कि 6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है. आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है. उन्होंने कहा, ”मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है.”
डेयरी सेक्टर बदल सकता है किसानों की स्थिति
पीएम मोदी ने कहा, ”मेरा अटूट विश्वास है कि देश का डेयरी सेक्टर, पशुपालन, श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा, किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है. इस विश्वास के कई कारण भी हैं. पहला ये कि पशुपालन, देश के छोटे किसान जिनकी संख्या 10 करोड़ से भी अधिक है, उनकी अतिरिक्त आय का बहुत बड़ा साधन बन सकता है. दूसरा ये कि भारत के डेयरी प्रॉडक्ट्स के पास, विदेशों का बहुत बड़ा बाजार है जिसमें आगे बढ़ने की बहुत सारी संभावनाएं हमारे पास हैं. तीसरा ये कि पशुपालन, महिलाओं के आर्थिक उत्थान, उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने का बहुत बड़ा जरिया है. और चौथा ये कि जो हमारा पशुधन है, वो बायोगैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती का भी बहुत बड़ा आधार है.”
विपक्ष पर निशाना
विपक्ष पर प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे यहां कहा जाता था कि किसके दरवाजे पर कितने खूंटे हैं, इसे लेकर स्पर्धा रहती थी, लेकिन बहुत लंबे समय तक इस सेक्टर को जो समर्थन मिलना चाहिए था, वो पहले की सरकारों में नहीं मिला. हमारी सरकार देशभर में इस स्थिति को बदल रही है. डबल इंजन की हमारी सरकार पूरी ईमानदारी और शक्ति से किसानों और पशुपालकों का साथ दे रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं जब काशी के, यूपी के विकास में, डबल इंजन की डबल शक्ति की बात करता हूं तो कुछ लोगों को कष्ट ज्यादा ही हो जाता है. ये वो लोग हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश को सिर्फ जाति, मजहब, पंथ के चश्मे से ही देखा. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भाषा भी उनके सिलेबस, उनकी डिक्शनरी से बाहर है. उनके सिलेबस में, उनकी डिक्शनरी में, उनकी सोच में है- माफियावाद, परिवारवाद. उनके सिलेबस में है- घरों-जमीनों पर अवैध कब्जा.