गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मुख्यमंत्री की सुरक्षा में सीआरपीएफ की तैनाती की गई है. मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5 केडी पर सीआरपीएफ की दो प्लाटून की तैनाती की गई है. माना जा रहा है कि गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद शासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है. हालांकि, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि यह सुरक्षा लोकल थाने ने सीएम आवास पर चलने वाले जनता दरबार की वजह से बढ़ाई है.
खबर यह भी है कि गोरखपुर में भी गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा को और चाक-चौबंद किया गया है. मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को अभेद बनाने के लिए मंदिर के सभी प्रवेश द्वार पर आधुनिक हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है. एंट्री गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को अब बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ तैनात किया जाएगा.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी का कहना है कि यह सुरक्षा लोकल थाने ने बढ़ाई है- ‘अब हर रोज सीएम आवास पर सुबह नौ से 10 बजे तक जनता दरबार लगता है. इस दरबार में सैकड़ों की संख्या में फरियादी आते हैं. इसी को देखते हुए सीएम के सरकारी आवास की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है. इसका गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में आतंकी मुर्तजा की गिरफ्तारी से कोई संबंध नही है.’
गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ा दी गई. यह सुरक्षा घेरा इस घटना के बाद बढ़ाया गया है. लिहाजा इसे आतंकी वारदात से जोड़ कर देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि सीएम को खतरा ज्यादा है. लिहाजा, उनकी सुरक्षा में कोई चूक नही होनी चाहिए.
गौरतलब है कि गोरखनाथ मंदिर हमले (Gorakhnath Temple Attck) की जांच कर रही एटीएस (ATS) इसे एक आतंकी साजिश मानकर जांच आगे बढ़ा रही है. मुर्तजा से लखनऊ मुख्यालय पर पूछताछ की जा रहे है. अभी तक जो खुलासे हुए हैं उसके मुताबिक मुर्तजा कट्टरपंथ इंटरनेशनल इस्लामिक फोरम से जुड़ा था. साथ ही वह जिहादी वीडियो भी देखता था. इतना ही नहीं वह अपना खुद का एक वॉट्सऐप ग्रुप भी चलाता था. अभी तक एटीएस को उसके चार बैंक खतों का पता चला है. जिसमें से दो खाते चालू हैं और एक में काफी पैसा भी है. इन पैसों के बारे में मुर्तजा का कहना है कि वह कनाडा जाने के लिए पैसे जुटा रहा था.