108 साल के लंबे इंतजार के बाद कनाडा से आई मां अन्नपूर्णा की दुर्लभ प्रतिमा (maa annapurna iodl) सोमवार सुबह श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंच गई है. मां अन्नपूर्णा की पालकी को सीएम योगी ने कांधा देकर मंदिर परिसर में प्रवेश कराया. इसके बाद सीएम की मौजूदगी में ही मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई. मुख्यमंत्री ने चांदी की छत्र मां अन्नपूर्णा को समर्पित की.
107 साल पहले Maa Annapurna की मूर्ति को वाराणसी से चोरी कर के कनाडा पहुँचाया गया था. और अब मां अन्नपूर्णा की मूर्ति की वापसी हो रही है, माँ की प्रतिमा वाराणसी पहुँच गई है. आज देवोत्थान एकादशी के दिन माँ अन्नपूर्णा की मूर्ति की पुनर्स्थापना करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस शुभ मूहुर्त पर कनाडा से लाई गई मां अन्नपूर्णेश्वरी की मूर्ति समेत पांच विग्रह काशी धाम में स्थापित किए जाएंगे.
देवी मां अन्नपूर्णा के स्वागत में पूरी काशी नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया. हर तरफ पीताम्बर कपड़े के झंडे और फूलों की माला दिख रही है. वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर को भी भव्य रूप से सजा है. वैदिक मंत्रोच्चार की गूंज के बीच विश्वनाथ मंदिर में ईशान कोण पर अन्नपूर्णा माता की ये मूर्ति स्थापित की गई.
दरअसल, सोमवार सुबह ही काशी धाम में मां अन्नपूर्णा की दुर्लभ प्रतिमा श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंची. भगवान शंकर का बाबा विश्वनाथ में मां अन्नपूर्णा और हर-हर महादेव के जयकारे लगने लगे. काशी नगरी में मां की भव्य पालकी निकाली गई. खुद मुख्यमंत्री योगी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रतिमा यात्रा की अगवानी की.
मूर्ति स्थापना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई. जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर बाबा से आशीर्वाद मांगा. जनकल्याण के भावों से बाबा का पूजन अर्चन कर वहां से रवाना हुए.
बता दें कि दिल्ली से मां अन्नपूर्णा की मूर्ति 11 नवंबर को यूपी के लिए रवाना हुई. इस दौरान सबसे पहले मां की प्रतिमा अलीगढ़, लखनऊ, अयोध्या, जौनपुर समेत यूपी के 18 जिलों से गुजरी. इस दौरान जगह-जगह मां का भव्य स्वागत किया. पुष्प वर्षा, डमरू दल, घंटा घड़ियाल बजाकर माता की रास्ते भर आरती उतारी गई.