देश में बुलेट ट्रेन (Bullet train) प्रोजेक्ट पर तेजी से काम हो रहा है. केंद्र सरकार विभिन्न रेल रूटों (Rail Routes) पर बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर काम कर रही है. इस बीच भारतीय रेलवे ने महाराष्ट्र में नागपुर से मुंबई (Nagpur to Mumbai) के बीच अब बुलेट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रखा है.
दोनों शहरों के बीच की 766 किमी की दूरी बुलेट ट्रेन के जरिये 3.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी. इसे समृद्धि एक्सप्रेस वे के साथ बनाने का प्रस्ताव है. इस ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 350 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी. वर्तमान में यह दूरी तय करने में कम से कम 12 घंटे का समय लगता है.
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने शनिवार को कहा कि प्रस्तावित मुंबई-नागपुर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर, जिसे आमतौर पर बुलेट ट्रेन परियोजना कहा जाता है, उसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) इस महीने के अंत तक या मार्च के पहले सप्ताह तक तैयार हो जाएगी.
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि केंद्र ने किसानों और कृषि क्षेत्र की मदद के लिए 1,900 किसान रेल सेवाएं चलाई हैं, जिसमें 50 फीसदी सब्सिडी दी जाती है. इस संबंध में 90 करोड़ रुपये की राशि पहले ही आवंटित की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि सात कॉरिडोर के लिए बुलेट ट्रेन की डीपीआर का काम चल रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दानवे ने उनसे इस प्रोजेक्ट को लेकर बैठक में चर्चा की है और दोनों शहरों के बीच बुलेट ट्रेन लोगों को सुगम यातायात मुहैया कराएगी. उनका कहना है कि इस परियोजना के तहत नागपुर अप से लेकर इगतपुरी तक भूमि अधिग्रहण नहीं करना होगा क्योंकि यह समृद्धि एक्सप्रेस वे के बराबर चलेगी. ऐसे में सिर्फ इगतपुरी से मुंबई के बीच ही भूमि अधिग्रहण की जरूरत होगी.
दानवे का कहना है कि यह प्रोजेक्ट एलिवेटेड होगा, ऐसे में किसानों को अपनी जमीन देने की जरूरत नहीं होगी. ट्रेन को सीधा कॉरीडोर चाहिए होगा. इगतपुरी के बाद एक मोड़ होगा, इसके लिए हम बुलेट ट्रेन का रास्ता बदलेंगे. इसकी डीपीआर रिपोर्ट में इसके स्टेशनों की जानकारी होगी.
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने जानकारी दी है कि यह हाई स्पीड कॉरीडोर प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित 7 कॉरीडोर में से एक है. वहीं मुंबई-अहमदाबाद कॉरीडोर (Mumbai Ahmedabad Corridor) का काम शुरू हो चुका है. इसपर गुजरात के हिस्से में भूमि अधिग्रहण भी पूरा कर लिया गया है. 508 किमी लंबे मुंबई-अहमदाबाद कॉरीडोर प्रोजेक्ट की लागत करीब 1.1 लाख करोड़ रुपये है. इसकी लंबाई 508 किमी होगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘इगतपुरी के बाद एक मोड़ पड़ता है जहां से हमें ट्रेन का रास्ता बदलना पड़ेगा। डीपीआर रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया जाएगा कि ट्रेन के रास्ते में स्टेशनों की संख्या कितनी होगी.’ परियोजना के दायरे में 10 जिलों के आने की उम्मीद है लेकिन स्टेशनों की संख्या कितनी होगी, ये अभी स्पष्ट नहीं है.