सोमवार रात को फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप प्लेटफॉर्म करीब छह घंटे तक पूरी दुनिया में बंद रहे. जिसके चलते अरबों यूजर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ा. वॉट्सऐप यूजर्स न तो मेसेज भेज पा रहे थे और न ही रिसीव कर पा रहे थे। इसी तरह फेसबुक पर यूजर्स को पुराने कॉन्टेंट ही दिख रहे थे. इस दिक्कत के कारण इंस्टाग्राम यूजर्स को भी स्टोरी और रील्स को ऐक्सेस करने में परेशानी हो रही थी. हालांकि, करीब 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ये सभी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ने फिर से काम करना शुरू कर दिया.
अब सवाल उठता है कि करोड़ों यूजर्स को प्रभावित करने वाली इस परेशानी का कारण क्या था. बताया जा रहा है कि तीन प्लेटफॉर्म कंपनी के डोमेन नेम सिस्टम में आई गड़बड़ी के चलते रुक गए थे. हालांकि, इस दिक्कत के चलते फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग को भी काफी नुकसान हुआ है.
फेसबुक ने आउटेज की वजह राउटर कंफिगरेशन में हुए परिवर्तन को बताया है जो अपने डेटा केंद्रों के बीच नेटवर्क कम्युनिकेशन को समन्वयित करते हैं. फेसबुक के बुनियादी ढांचे के उपाध्यक्ष संतोष जनार्दन ने अपने एक पोस्ट में कहा कि नेटवर्क ट्रैफिक में इस व्यवधान का हमारे डेटा केंद्रों के संचार के तरीके पर व्यापक प्रभाव पड़ा, जिससे हमारी सेवाएं रुक गईं. वहीं कई तकनीकी एक्सपर्ट्स के अनुसार, फेसबुक का डाउन होना तकनीकी गलती थी. उन्होंने किसी अंदर के आदमी की भूमिका की संभावना से इनकार नहीं किया.
फेसबुक के वेबपेज पर डोमेन नेम सिस्टम (DNS) में एरर की बात दिखा रहा था. DNS के जरिए वेब एड्रेस अपने यूजर्स को उनकी सर्च मैटेरियल तक पहुंचाते हैं. मतलब facebook.com डोमेन को उसके असली इंटरनेट प्रोटोकॉल पते पर ले जाते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, DNS रिकॉर्ड में गड़बड़ी भी एक संभावित कारण हो सकती है.
क्या है DNS और आखिर इसमें क्या परेशानी हुई?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, डीएनएस इंटरनेट की फोनबुक की तरह होता है. यह एक ऐसा टूल है, जो Facebook.com जैसे वेब डोमेन को एक वास्तविक इंटरनेट प्रोटोकॉल या IP एड्रेस में बदल देता है. सोमवार को फेसबुक के डीएनएस रिकॉर्ड्स के चलते तकनीकी परेशानी हुई. जब डीएनएस की गलती होती है, तो Facebook.com का यूजर की प्रोफाइल पेज बनना असंभव हो जाता है.
हालांकि, ऐसा नहीं था कि फेसबुक के बड़े प्लेटफॉर्म्स ही ठप्प हुए. इस दौरान कंपनी के अपने ई-मेल सिस्टम जैसी इंटरनल एप्लीकेशन्स भी खासी प्रभावित हुई. ट्विटर और रेडिट ने भी इस बात के संकेत दिए कि कंपनी के कैलिफोर्निया स्थित मेनलो पार्क के कर्मचारी सिक्युरिटी बैज की मदद खुलने वाले दफ्तर और कॉन्फ्रेंस रूम का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे.