कभी सुना है एक लड्डू की कीमत 24 लाख रुपये। नहीं न लेकिन ये सच है वो भी भारत के ही एक शहर में यह लड्डू साल में सिर्फ एक बार बिकता है। लड्डू का वजन 21 किलो होता है। इस साल यह लड्डू 24.60 लाख में बिका है। पिछले साल यह 18 लाख में बिका था।
इस लड्डू को खरीदने के लिए दर्जनों लोग बोलियां लगाते हैं। जो सबसे ज्यादा कीमत लगाता है लडडू उसे मिल जाता है। इस साल 9 प्रतिभागियों ने लड्डू के लिए बोली लगाई, जिनमें से दो बालापुर के स्थानीय थे। इनमें से वेंगेटी लक्ष्मा रेड्डी ने नीलामी जीती। यह नीलामी बालपुर गणेश उत्सव समिति द्वारा आयोजित की जाती है।
हैदराबाद के प्रसिद्ध बालापुर गणेश का प्रसाद ‘लड्डू’ (Balapur Ganesh Laddu) इस साल 2022 में भी रिकॉर्ड कीमत पर नीलाम हुआ. इस बार भगवान गणेश (Lord Ganesh) के पसंदीदा लड्डू की नीलामी 24.60 लाख रुपये में हुई है. इस बार के प्रसाद का लड्डू बालापुर गांव के एक किसान भक्त वी.लक्ष्मा रेड्डी ने विजयी बोली लगाकर हासिल किया.
हैदराबाद के बालापुर में भगवान गणेश के लड्डू की बोली साल 1994 से लगाई जा रही है. इस तरह इस प्रथा को आज 29 साल पूरे हो गए हैं. सबसे पहली बार 1994 में बालापुर का लड्डू 450 रुपये में नीलाम हुआ था. इस बार किसान वी लक्ष्मा रेड्डी ने विजयी बोली लगाई है. वहीं 2020 में कोरोना के कारण इसकी नीलामी नहीं हुई थी. तब इस लड्डू को तेलंगाना के सीएम को सौंप दिया गया था.
भगवान गणपति की कृपा पाने के बाद उत्साहित किसान ने कहा, ‘मैंने पिछले कई सालों में नीलामी देखी है. खुशी है कि मैं इस साल सफल बोली लगा सका.’ इस बार अधिकांश बोलीदाताओं में जमीन और प्रॉपर्टी का काम करने वाले व्यवसायी थे.
स्थानीय लोगों का मानना है कि लड्डू उनके लिए सौभाग्य, स्वास्थ्य, धन और समृद्धि लाता है. हर साल मूर्ति विसर्जन से पहले ये नीलामी होती है. यह तेलंगाना में 10 दिनों तक चलने वाले गणेश चतुर्थी उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
बता दें कि लड्डू की नीलामी हैदराबाद में मुख्य गणेश प्रतिमा विसर्जन जुलूस की शुरुआत का प्रतीक है। 19 Km की यात्रा के बाद बालापुर की मूर्ति को हुसैन सागर झील में विसर्जित कर दिया गया। खैरताबाद से 50 फीट लंबे इको फ्रेंडली गणेश का भी आज विसर्जन किया गया।