हिमाचल से लेकर उत्तराखंड तक बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हाहाकार मचा है. दोनों पहाड़ी राज्यों के कई शहरों में भारी बारिश के कारण हालात बेकाबू हैं. हिमाचल प्रदेश के चंबा में रेलवे पुल ढह गया तो वहीं, मंडी में बादल फटा है. देहरादून समेत कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं.
हिमाचल के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण अचानक से आई बाढ़ से स्थिति बिगड़ गई है. वहीं, भूस्खलन के कारण चंबा, धर्मशाला समेत कई इलाकों में यातायात प्रभावित है. दोनों पहाड़ी राज्यों के कई शहरों में भारी बारिश के कारण हालात बेकाबू हैं.
वहीं, भूस्खलन ने सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार को थाम दिया है. जबकि कई नदियां उफान पर हैं. बेकाबू बारिश से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. भारी बारिश के बीच देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में भी बादल फटने की खबर है.
हिमाचल में भारी बारिश के बीच अचानक आई बाढ़ और कई जगहों पर भूस्खलन के कारण मंडी जिले की कई सड़कें अवरुद्ध हैं. बल्ह, सदर, थुनाग, मंडी और लामाथच में अचानक आई बाढ़ के बाद घरों और दुकानों में पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ है.
हिमाचल में बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है. एनडीआरएफ और राज्य आपदा प्रबंधन बल को अलर्ट किया गया है. मंडी के कुछ इलाकों में लोग फंस गए हैं, वहां एनडीआरएफ के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं.
उत्तराखंड के देहरादून में लगातार बारिश से हालात खराब हैं. हाल ये है कि जौलीग्रांट हवाई अड्डे तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है. एयरपोर्ट की सड़क पर नदी जैसा नजारा है. इसके अलावा टापकेश्वर महादेव मंदिर के पास बाढ़ जैसे हालात हैं. सड़कों पर पानी लबालब है.
टोंस नदी में उफान से कई इलाकों में खतरा पैदा हो गया है. टापकेश्वर मंदिर के पास सड़कों पर सैलाब है. नदी का पानी मंदिर परिसर के अंदर तक हिलोरे मार रहा है. नदी के तेज बहाव में पंजाब और हिमाचल के बीच इकलौता रेल लिंक भी ढह गया है. चक्की नदी में पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि अंग्रेजों के जमाने का ये पुल ताश के पत्तों की तरह ढह गया.
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है. IMD ने कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है. वहीं, देहरादून समेत उत्तराखंड के कई जिलों में भी बारिश का सिलसिला अभी नहीं थमेगा.