कोलकाता, 8 मई । राज्य सरकार सोमवार को हिंसाग्रस्त मणिपुर से बंगाल के 18 छात्रों को सुरक्षित वापस ले आई है। राज्य सचिवालय नवान्न सूत्रों के मुताबिक, ये सभी इंफाल के केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के छात्र हैं। उन्हें स्थानीय प्रशासन की मदद से सोमवार सुबह की उड़ान से इंफाल से वापस कोलकाता लाया गया। राज्य सरकार की पहल पर उन छात्रों को घर तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है।
जानकारी के मुताबिक उक्त छात्रों के परिजनों ने नवान्न में शुरू की गई हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर मदद की अपील की थी। उसके बाद राज्य सरकार की तरफ से इन छात्रों को वापस लाने की पहल की गई।
मणिपुर पिछले कुछ दिनों से जातीय संघर्ष की आग में जल रहा है। इसमें अब तक कम से कम 50 लोगों की मौत होने की खबर है। 23 हजार लोग बेघर हुए हैं। इस माहौल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुर्वोत्तर के राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंता जताई थी। आश्वासन के साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार ने हिंसाग्रस्त राज्य में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए दो ”हेल्पलाइन नंबर” (033-22143526 और 033-22535185) शुरू किया था।
ममता ने ट्वीट कर कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार, भाजपा शासित मणिपुर सरकार के साथ मिलकर पुर्वोत्तर विभिन्न राज्यों में फंसे नागरिकों को निकालने का प्रयास कर रही है। उन्होंने लिखा, “मणिपुर से हमें जिस तरह की खबरें और एसओएस संदेश मिल रहे हैं, उससे हम बेहद दुखी हैं। मुझे मणिपुर के लोगों की सुरक्षा की चिंता है। देश के विभिन्न हिस्सों के नागरिक भी अब वहां फंस गए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार लोगों के साथ खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध है और मणिपुर सरकार के साथ मिलकर फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”मुख्य सचिव को पूरी प्रक्रिया की निगरानी करने और संकटग्रस्त और निराश लोगों की मदद करने का निर्देश दिया गया है। हम हमेशा जनता के साथ हैं। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं।