अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद काबुल में फंसे भारतीयों को वापस लाने का सिलसिला जारी है. मंगलवार को दुशांबे से एयर इंडिया विमान (AI 1956) के जरिए 78 लोगों को दिल्ली लाया गया. इनमें 25 भारतीय नागरिक शामिल हैं. इसके अलावा इनके साथ अफगान सिख और हिंदू परिवार भी आए हैं.
वहीं सिख समुदाय के कुछ लोग काबुल गुरुद्वारे से अपने साथ पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां सिर पर रखकर लाए हैं. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और भाजपा नेता आरपी सिंह आज दिल्ली हवाई अड्डे पर काबुल से लाए गए श्री गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियों को ग्रहण कर अपने सिर पर रखकर दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर लेकर आए. बता दें कि 78 व्यक्तियों के एक समूह को कल (23 अगस्त) भारतीय वायु सेना के विमान के माध्यम से काबुल से दुशांबे लाया गया था.
केंद्रीय मंत्री पुरी ने ट्वीट किया था कि गुरु ग्रंथ साहिब के तीन स्वरूपों और 46 अफगान सिख, हिंदू समेत 75 लोग भारतीय वायुसेना के विमान के जरिए निकाले जाएंगे. उन्होंने लिखा था, ‘तीन गुरु ग्रंथ साहिब जी को काबुल एयरपोर्ट पर भारतीय वायुसेना के विमान तक लाया जा रहा है . फंसे हुए भारतीयों के साथ 46 अफगान हिंदू और सिखों को उसी फ्लाइट से वापस लौटने का सौभाग्य मिला है.’
बता दें कि 78 व्यक्तियों के एक समूह को कल (23 अगस्त) भारतीय वायु सेना के विमान के माध्यम से काबुल से दुशांबे लाया गया था. इससे पहले सिख समुदाय के लोगों का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वे फ्लाइट के अंदर ही ‘जो बोले सो निहाल और वाहे गुरुजी का खालसा-वाहे गुरुजी की फतह’ बोलते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शेयर किया था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चांडक ने बताया था कि अफगानिस्तान में अभी बी 200 से ज्यादा अफगान सिख और हिंदू फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा था, ‘इन लोगों ने काबुल के कर्ते परवान गुरुद्वारा में शरण ली है, जो एयरपोर्ट के करीब है.’ बीते रविवार को भारत ने करीब 540 नागरिकों को अफगानिस्तान से निकाला था. काबुल, दुशांबे और दोहा से हुए इन अलग-अलग उड़ानों के संचालन में करीब 475 नागरिक भी शामिल हैं.