इंडोनेशिया (Indonesia) की राजधानी जकार्ता (jakarta) में सोमवार (21 नवंबर) को तेज भूकंप (Earthquake) के झटके आए हैं। भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई है, इस भूकंप में 46 लोग मारे गए हैं जबकि 700 से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मौसम और भूभौतिकी एजेंसी ने बताया कि भूकंप का केंद्र पश्चिम जावा के सियानजुर में था। इस भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर नीचे था।
पश्चिम जावा के शहर सियानजुर के एक सरकारी अधिकारी हरमन सुहरमन, जहां भूकंप का केंद्र था, ने समाचार चैनल मेट्रोटीवी को बताया कि क्षेत्र के एक अस्पताल में 44 लोगों की मौत हो गई है और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए। भूकंप से कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लोगों को सुरक्षा के लिए सड़कों पर चले जाने को कहा गया है।
राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी ने कहा कि एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल, एक अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं सहित दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। एक बयान में कहा गया है कि हताहतों की संख्या और क्षति के बारे में अभी भी जानकारी एकत्र की जा रही है।
स्थानीय टीवी चैनल के फुटेज में दिखाया गया है कि सियांजुर में कुछ इमारतें लगभग पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो गई हैं। सियानजुर के निवासी मुचलिस ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्होंने बड़ा झटका महसूस किया था। भूकंप से उनके ऑफिस की बिल्डिंग की दीवारें और छत क्षतिग्रस्त हो गईं। झटका आते ही हमलोग बाहर की ओर भागे। इसके बाद काफी देर तक ऑफिस में दूसरा झटका आने के डर से नहीं गए।
भूकंप के झटके राजधानी जकार्ता तक महसूस किए गए। लोग अपने ऑफिस से बाहर आ गए। घर में मौजूद कर रहे लोग भी झटके आते ही बाहर आ गए। भूकंप के चलते काफी देर तक खौफ का माहौल बना रहा।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया पैसिफिक रिंग ऑफ फायर से घिरा हुआ है। इस क्षेत्र में ज्वालामुखी पहाड़ बहुत अधिक हैं। यह क्षेत्र भूकंप के मामले में अत्यधिक सक्रिय है। यहां पृथ्वी की प्लेटें मिलती हैं।