बांग्लादेश में हिंदुओं के मुख्य त्योहार दुर्गा पूजा पर 13 अक्टूबर से शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. बांग्लादेश के कोमिल्ला में दुर्गा पूजा पंडालों में हमले के बाद रविवार को रंगपुर के उपजिला पीरगंज में हिंदुओं के घरों को आग लगाने का मामला सामने आया है. पता चला है कि रविवार रात को चरमपंथियों ने रंगपुर के पीरगंज में 65 से ज्यादा हिंदुओं के घरों में आग लगा दी. इनमें से 20 घर तो पूरी तरह से जल कर खाक हो गए.
बांग्लादेश के मीडिया हाउस ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में घटी है. बताया गया कि इस घटना में 20 घर बुरी तरह जल गए हैं. स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक कम से कम 65 हिंदुओं के घरों पर हमला कर उन्हें आग के हवाले कर दिया गया.
पुलिस के मुताबिक, यह मामला एक सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा हुआ है, जिसके बाद यह तनाव पैदा हो गया है। एक हिंदू शख्स पर एक धार्मिक आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इस युवक को तो सुरक्षा मुहैया कराई और उसके घर को भी सुरक्षित कर लिया, लेकिन उपद्रवियों ने उस लोकेशन में आसपास के 15-20 घरों में आग लगा दी.
इस मामले में चेयरमैन मोहम्मद सादकुल इस्लाम ने ढाका ट्रिब्यून को बताया, ‘वे हमलावर जमात-ए-इस्लामी और उसकी छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिबिर की स्थानीय इकाइयों के थे.’ दमकल सेवा को घटना की सूचना रात करीब 9:50 बजे मिली. इसके बाद पीरगंज, मीठापुकुर और रंगपुर शहर से दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचीं. वे सोमवार सुबह तीन बजे तक घटनास्थल पर रहे.
सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी सामने आए हैं जिनके बारे में दावा किया जा रहा है कि वे पीरगंज के हैं. इस वीडियो में गांव में घरों को जलाते हुए और पुलिस हमलावरों से भिड़ते हुए देखी जा सकती हैं. आगजनी के तुरंत बाद पुलिस और हमलावरों के बीच झड़प और भागदौड़ भी देखी जा सकती है. हालांकि ढाका ट्रिब्यून ने इन वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं की है.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमलों पर सोमवार को गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जानबूझ कर देश का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इन हमलों के पीछे एक सोची-समझी साजिश है. उन्होंने कहा था कि हमलों की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसे सजा दी जाएगी.
बांग्लादेश में 13 अक्तूबर से हिंदुओं पर हमले शुरू हुए हैं. पहले अलग-अलग स्थानों पर दुर्गा पंडालों को निशाना बनाया गया था और हिंदुओं पर हमला किया गया था. इसमें चार हिंदुओं की मौत हो गई थी, वहीं 60 से ज्यादा घायल हो गए थे. इसके बाद इस्कॉन मंदिर को भी निशाना बनाया गया और तोड़फोड़ की गई थी.