रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है। इसके चलते वहां का एयर स्पेस बंद हो गया है, लेकिन केंद्र सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय की तरफ से सरकार की टीमों की जानकारी साझा की गई है, जो भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में काम कर रही है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय नागरिकों और खासतौर से छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंत्रालय की टीमों की जानकारी साझा की हैं. उन्होंने लिखा, ‘यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में भारतीय दूतावास की टीमें यूक्रेन से सटी भूमि सीमाओं पर पहुंच रही हैं.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘यूक्रेन में सीमा पर मौजूद भारतीय नागरिक इन दलों से संपर्क कर सकते हैं.’
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच गुरुवार देर शाम जो बातचीत हुई है, उसका एक सकारात्मक नतीजा ये जरूर निकला है कि पुतिन प्रशासन भारतीय छात्रों को यूक्रेन से निकालने में मदद करेगा. भारत सरकार भी अपने तरीके से छात्रों के रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है. इसके लिए सरकार ने प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है.
पीएम मोदी की अगुआई में एक हाई लेवल मीटिंग भी हुई, जिसके बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन से छात्रों की वापसी का प्लान तैयार है. उन्होंने बताया कि अगर यूक्रेन से पोलैंड सड़क मार्ग से जाना हो तो 9 घंटे का रास्ता है और विएना के लिए 12 घंटे का रास्ता है, वो रास्ता भी मैप आउट हो गया है. रास्ते में जो पॉइंट्स मैंने बताए जैसे ल्विव, चेर्नित्सि, वहां भी हमने अपनी टीम्स भेजी हैं ताकि वहां से भी जो सहायता हम अपने नागरिकों को दे सकते हैं, वो दे सकें.
भारतीय छात्रों को यूक्रेन से सटे 4 देशों से बाहर निकाला जाएगा. ये देश हैं-हंगरी, रोमानिया, स्लोवाक रिपब्लिक और पोलैंड. भारतीय दूतावास ने इन देशों की सीमा पर कैंप लगा दिए हैं. इन कैंपों में जिन अधिकारियों से भारतीय छात्रों को संपर्क करना है, उनके नाम और नंबर भी जारी कर दिए हैं. जब सड़क के रास्ते भारतीय छात्र इन देशों में पहुंच जाएंगे, तब उन्हें कतर के रास्ते भारत लाया जाएगा. इसके लिए दोहा में मौजूद भारतीय दूतावास ने सारी तैयारियां कर ली हैं.
सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
यूक्रेन में फंसे हुए भारतीय छात्रों की मदद के लिए भारत सरकार ने 24 घंटे हेल्पालाइन नंबर की शुरुआत की है. इसके लिए दिल्ली में कंट्रोल रूम सेट किया है. सरकार की तरफ से +911123012113, +911123914104, +911123017905 और 1800118797 नंबर जारी किए गए हैं.
यूक्रेन में 20,000 से अधिक भारतीय फंसे हुए हैं. इनमें अधिकतर छात्र हैं. महाराष्ट्र, केरल, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक और उत्तराखंड सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों ने सरकार से यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. इस बीच, भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को आश्वस्त किया कि छात्रों सहित यूक्रेन से सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित एवं सही-सलामत वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे.