बीजिंग की सख्त COVID-19 नीति के खिलाफ शनिवार (26 नवंबर) रात चीन के शंघाई में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें लोगों को कोविड संबंधी चीनी सरकार के प्रतिबंधों के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाया गया है. यह प्रदर्शन उरुमकी में एक अपार्टमेंट में आग लगने से 10 लोगों की मौत और नौ लोगों के घायल होने के बाद शुरू हुआ. इस कड़ी में कोविड नीति पर रोष व्यक्त करते हुए चीनी नागरिक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे.
डीडब्ल्यू न्यूज ईस्ट एशिया के संवाददाता विलियम यांग ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें ‘उरुमकी रोड’ पर लोगों ने शी जिनपिंग की अगुवाई वाली चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. नागरिकों ने “कम्युनिस्ट पार्टी को हटाओ”, “कम्युनिस्ट पार्टी पद छोड़ो” और “शी जिनपिंग पद छोड़ो” जैसे नारे लगाए.

बीजिंग में भी प्रदर्शन हो रहे हैं। यहां एक यूनिवर्सिटी के करीब 100 स्टूडेंट्स सरकार के विरोध में प्रोटेस्ट करने लगे। स्टूडेंट्स ने दीवारों पर ‘नो टू लॉकडाउन, यस टू फ्रीडम। नो टू कोविड टेस्ट, यस टू फूड’ लिखा। एक वीडियो में कुछ सिक्योरिटी गार्ड इस स्लोगन को अपनी जैकेट से छिपाते नजर आए। लाल रंग से लिखे गए इस स्लोगन पर बाद में ब्लैक पेंट कर दिया गया।
एक वीडियो में यूनिवर्सिटी स्टाफ को स्टूडेंट्स को धमकी देते सुना गया। एक अधिकारी कह रहा था- आज जो प्रदर्शन किए हैं, उसका अंजाम भुगतना होगा। इसके जवाब में स्टूडेंट्स ने कहा- आपको भी अंजाम भुगतना होंगे। आपके साथ पूरा देश इसका अंजाम भुगतेगा।